Udaipura Vidhan Sabha Chunav Result: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Election Result 2023) के लिए मतगणना पूरी हो गई है. इस पर सभी की नजरें बनी हुई है. यहां हम आपको रायसेन जिले (Raisen News)की उदयपुरा विधानसभा ( Udaipura Vidhan Sabha Result) का रिजल्ट बता रहे हैं.
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Udaipura Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav Result) के लिए मतगणना हो गई है. राज्य में बीजेपी ने सत्ता हासिल कर ली है. वहीं इस सीट पर भी बीजेपी अच्छे खासे मतों से जीती हैं. जबकि कांग्रेस को यहां हार का सामना करना पड़ा है.
बता दें कि राज्य में कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ है. ये साल 2018 के चुनावों के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा है. आइए समझते हैं रायसेन जिले (Raisen News) की उदयपुरा सीट (Udaipura Vidhan Sabha Result) में जनता ने किसे पक्ष में मतदान किया है और यहां के समीकरण के साथ चुनावी इतिहास क्या है.
2023 चुनाव परिणाम
बीजेपी- नरेंद्र शिवाजी पाटिल (124279)
कांग्रेस - देवेंद्र सिंह पटेल (81456)
बीजेपी प्रत्याशी की 42823 वोटों से जीते
कौन-कौन है प्रत्याशी
रायसेन की उदयपुरा से विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने नरेंद्र शिवाजी पटेल को मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस ने देवेंद्र सिंह पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव कैंपेन के दौरान दोनों दलों में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. अब परिणाम में जनता का फैसला साफ है.
कितना हुआ है मतदान
विधानसभा चुनाव के लिए पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही रायसेन में 17 नवंबर को मतदान हुआ था. इसमें इलाके की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अगली सरकार में सहभागिता के लिए अपने विधायक का चुनाव किया. रायसेन की बात करें तो यहां कुल 80.19 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं अगर उदयपुरा विधानसभा की बात करें तो यहां के 81.69 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
2018 चुनाव परिणाम
उदयपुरा में 2018 के चुनाव परिणाम की बात करें तो यहां से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे रामकिशन पटेल अपने कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंदी देवेंद्र सिंह पटेल से हार गए थे. साल 2018 में उदयपुरा में जनता ने बीजेपी को 78 हजार के करीब वोट दिए थे. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में 86 हजार के करीब वोट पहुंचे थे. जबकि, अन्य के खाते में करीब 11 हजार वोट गिरे थे.
2023 से पहले मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि, 2020 में सेनेरियो बदला और सिंधिया के साथ बगावत कर कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाई और प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए.