उत्तराखंड में फटा बादलः नैनीताल में फंसे छत्तीसगढ़ के 55 टूरिस्ट, CM बघेल बोले-सभी की होगी सकुशल वापसी
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उत्तराखंड में फटा बादलः नैनीताल में फंसे छत्तीसगढ़ के 55 टूरिस्ट, CM बघेल बोले-सभी की होगी सकुशल वापसी

55 people of Bhilai stranded in Uttarakhand: उत्तराखंड में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण हालात बहुत खराब हो गए हैं. भिलाई से उत्तराखंड घूमने गए 55 टूरिस्ट तेज बारिश और भूस्खलन में फंस गए हैं.

उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर

भिलाई (55 people of Bhilai stranded in Uttarakhand) विदा होते मानसून के बीच उत्तराखंड में भारी बारिश कहर बरपा रही है. मंगलवार के दिन नैनीताल जिले के रामगढ़ के एक गांव के ऊपर बादल फटने की खबर आई. कुछ ही देर हुई तगड़ी बारिश के कारण पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है. पुलिस-प्रशासन की टीमें इलाके में पहुंचकर मोर्चा संभालने में जुटी हैं. बादल फटने की इस घटना में छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले के 55 से ज्यादा लोग फंस गए हैं.

कुल 55 लोग फंसे हैं
उत्तराखंड में फंसे सभी 55 लोग भिलाई के सेक्टर 8 स्थित स्टील क्लब में चलने वाली एरोबिक क्लास के स्टूडेंट्स हैं, जो नैनीताल घूमने गए थे. इनमें 44 महिलाएं व युवतियां, 4 बच्चे एवं 5 पुरुष हैं. 

14 अक्टूबर को गए थे नैनीताल
ये सभी 14 अक्टूबर को भिलाई से नैनीताल के लिए रवाना हुए थे. उन्हें 20 अक्टूबर को वापस आना था, लेकिन उससे पहले ही बारिश का कहर और बादल फटने की घटना ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया और इलाके में जाम की स्थिति बनने पर वे वहीं फस गए. 

सीएम बघेल ने दिया मदद का भरोसा
इस पूरे मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि उत्तराखंड में फंसे भिलाई के निवासियों की सकुशल वापसी होगी. इसके लिए मुख्य सचिव और कलेक्टर दुर्ग को हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. वे उत्तराखंड प्रशासन के सम्पर्क में हैं.

 कैंची धाम के पास फटा बादल
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह वह नैनीताल से कसौली घूमने गए थे और वापसी में कैंची धाम मंदिर के पास फंस गए. तेज बारिश की वजह से वह रातभर बस में ही बैठे रहे. मंगलवार सुबह उन्हें पास में मौजूद एक गांव के स्कूल में ठहराया गया है, जहां न तो खाने-पीने की व्यवस्था है और न ही बिजली. 

खाने-पीने की व्यवस्था नहीं
भिलाई के सेक्टर 7 में रहने वाले प्रसन्नजीत दास ने बताया कि '55 लोगों के ग्रुप में उनकी पत्नी और दो बच्चे भी फंसे हुए हैं. उनकी पत्नी ने सभी की सलामती की सूचना दी है, लेकिन वे सब कल से भूखे हैं. वहां पीने तक को पानी नहीं है. वहां के कलेक्टर ने संपर्क किया है, पर उन तक कब तक मदद पहुंचेगी कह पाना मुश्किल है.'

एयरलिफ्ट कराने की मांग
इधर दुर्ग सांसद विजय बघेल ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं नैनीताल के सांसद अजय भट्ट से बात करके उत्तराखंड में फंसे हुए सभी यात्रियों को एयर लिफ्ट कराने की व्यवस्था करने कहा है, ताकि उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके. 

अब तक 23 लोगों की मौत की खबर
प्राकृतिक आपदा से अबतक उत्तराखंड में 23 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. कई स्थानों का मुख्यधारा से संपर्क कट गया है. नैनीताल शहर का देश के बाकी हिस्से से सड़क संपर्क कटा हुआ है. 

तीन दिनों से हो रही है मूसलाधार बारिश
आपको बता दें कि उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया है कि बुधवार से लगभग सभी जगह मौसम साफ हो जाएगा.

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