लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा ने उनके मुकबले मालेगांव विस्फोट मामलों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर दांव लगाया है.
Trending Photos
भोपालः चुनाव हारने के बाद तमाम नोटिसों के बावजूद नेताओं द्वारा सरकारी बंगला खाली नहीं करने के वाकये तो काफी सुनने को मिलते हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में महज टिकट नहीं मिलने के बाद मौजूदा सांसद का सरकारी आवास खाली करना कुछ नया सा है. भोपाल सीट से टिकट कटने के बाद भाजपा के मौजूदा सांसद आलोक संजर ने अपना सरकारी बंगला रविवार को खाली कर दिया और निजी आवास में शिफ्ट हो गए हैं.
शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिया गया प्रज्ञा ठाकुर का बयान राजद्रोह: BJP विधायक
2014 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे संजर को भोपाल के स्वामी दयानंद नगर में सरकारी बंगला बी-19 आवंटित किया गया था. संजर ने बताया कि उन्होंने रविवार सरकारी मकान छोड़ दिया और वह अरेरा कॉलोनी क्षेत्र में रेलवे हाउसिंग सोसायटी में स्थित अपने निजी मकान में शिफ्ट हो गये हैं. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा ने उनके मुकबले मालेगांव विस्फोट मामलों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर दांव लगाया है.
संजर ने बंगला खाली करने के बारे में बताते हुए कहा कि, ''मैंने दो दिन पहले मुझे आवंटित किया गया सरकारी बंगला खाली कर दिया है.'' बता दें आलोक संजर ने लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस के उम्मीदवार और वर्तमान में प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा को 3.60 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था. (इनपुटः भाषा)