बिना योग्यता के नौकरी दिलाने के नाम पर कर रहे थे ठगी, 145 आवेदन जमा कराए, सरकारी बाबू गिरफ्तार
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बिना योग्यता के नौकरी दिलाने के नाम पर कर रहे थे ठगी, 145 आवेदन जमा कराए, सरकारी बाबू गिरफ्तार

स्वास्थ्य विभाग में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों ठगे जा रहे थे.इस कांड में मुख्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. आज पुलिस ने लिपिक को भी गिरफ्तार कर लिया है. 

फाइल फोटो

इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूल: मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के स्वास्थ्य विभाग में हुए फर्जी भर्ती कांड में विभाग का एक लिपिक मंगलवार पुलिस के हत्थे चढ़ गया.पुलिस ने उसे इटारसी से गिरफ्तार किया है. लिपिक पर एक कर्मचारी की आत्महत्या में प्रताडना का भी आरोप है.

सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड दो के संजय दुबे को पुलिस पिछले अप्रैल से जबलपुर,होशंगाबाद और भोपाल में तलाश रही थी. जिसे पुलिस टीम ने इटारसी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है. आरोप है कि फर्जी भर्ती कांड में स्थापना शाखा में पदस्थ संजय की अहम भूमिका थी.

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क्या है फर्जी भर्ती कांड
स्वास्थ्य विभाग में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी आवेदकों से एक से डेढ़ लाख वसूलते थे.पिछले 20 अप्रैल को बैतूल निवासी शैलेन्द्र वानखेड़े ने पुलिस को आवेदन दिया था कि आरोपी हीरा सिंह निवासी सीहोर,अनिल पवैया निवासी भिंड,संदीप सोनी निवासी मुलताई द्वारा स्वास्थय विभाग में परमानेंट नौकरी दिलाने का झांसा देकर डेढ़ लाख की मांग की गई थी.शैलेश ने यह रकम आरोपियों के खाते में ट्रांसफर भी की थी. 

शैलेन्द्र से नौकरी के लिए दस्तावेज भी लिए गए.लेकिन जब उसे नौकरी का आदेश मिला तो वह स्थायी न होकर कोविड ड्यूटी के तहत 31 मई तक कि अस्थायी नौकरी का था.खास बात यह है कि शैलेन्द्र को लैब टेक्नीशियन के पद का नियुक्ति पत्र दिया गया.जिसके लिए उसके पास योग्यता ही नहीं थी.जानकारी के मुताबिक फर्जी भर्ती के लिए आरोपी बैतूल और भिंड जिले में 145 आवेदन जमा करवा चुके थे.

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सरगना समेत तीन गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में मुख्य सरगना आरोपी हीरा सिंह कौशल, अनिल पवैया संदीप सोनी के विरुद्ध अपराध धारा 420, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया था. मामले के पड़ताल में स्वास्थ्य विभाग के लिपिक संजय दुबे के लिप्त होने की सूचना मिलने पर पुलिस उसकी भी तलाश कर रही थी. कांड का सरगना हीरासिंह विभाग में रेडियोग्राफर के पद पर पदस्थ रह चुका है. जो इस वक्त जेल में बंद है.

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