आकाश विजयवर्गीय के बचाव में उतरी भाजपा, लेकिन 'बल्लाकांड' से किया किनारा
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आकाश विजयवर्गीय के बचाव में उतरी भाजपा, लेकिन 'बल्लाकांड' से किया किनारा

''अधिकारियों ने विधायक की एक नहीं सुनी और अपने अनुचित कार्य को करने की चेष्टा करने लगे. परिस्थितिवश तनाव हुआ और ऐसी घटना हुई, जिनका हम समर्थन नहीं करते."

भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शहरी निकाय के अफसर को बल्ले से पीटा था. (फाइल फोटो)

भोपालः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बगैर उनका बचाव किया और कांग्रेस सरकार पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों की अवहेलना करने का आरोप लगाया. सिंह ने हालांकि इंदौर की घटना से उन्होंने किनारा कर लिया. सिह ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, "कमलनाथ सरकार ने अधिकारियों का कांग्रेसीकरण कर दिया है, जो अधिकारी कांग्रेस के एजेंडे पर काम करने में ना-नुकुर करते हैं, उन्हें तबादलों का भय दिखाया जाता है. सब जानते हैं कि इंदौर के विधायक का स्वभाव कभी उग्र नहीं रहा, लेकिन वहां के नगर निगम के अधिकारियों ने विधायक की जायज बात को न मानते हुए आम नागरिकों और विशेषकर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया. जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक का वहां पहुंचना लाजमी था, लेकिन अधिकारियों ने विधायक की एक नहीं सुनी और अपने अनुचित कार्य को करने की चेष्टा करने लगे. परिस्थितिवश तनाव हुआ और ऐसी घटना हुई, जिनका हम समर्थन नहीं करते."

ज्ञात हो कि बुधवार को इंदौर में जर्जर मकान तोड़ने गए नगर निगम के अमले के अधिकारियों से विधायक आकाश विजयवर्गीय का विवाद हुआ था. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र ने क्रिकेट के बैट से अधिकारी की पिटाई की थी. आकाश अभी इंदौर जेल में न्यायिक हिरासत में हैं. सिंह ने आगे कहा, "कमलनाथ सरकार को इस बात का जवाब देना पड़ेगा कि अधिकारी सोच समझकर भाजपा के जनप्रतिनिाधियों की अवहेलना क्यों कर रहे हैं? यद्यपि भाजपा हाल ही में जो घटनाएं हुई हैं, उन्हें कतई उचित नहीं मानती. लेकिन इस प्रकार की परिस्थितियां पैदा होने के कारण को समझती है."

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भाजपा नेताओं द्वारा अधिकारियों को धमकाए जाने की सामने आ रही घटनाओं पर सिंह ने कहा, "हाल ही में अन्य दो जिन घटनाओं का उल्लेख आ रहा है, वहां भी कांग्रेस के इशारे पर जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और अवमानना की कोशिश हुई. सरकार अधिकारियों, कर्मचारियों के कांग्रेसीकरण को रोके, वरना भाजपा को सड़क पर उतरकर जनहित के मुद्दों पर सरकार को झुकने पर मजबूर करना पड़ेगा.''

(इनपुटः आईएएनएस)

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