संजीव बालियान बुधवार को सिविल लाइंस रोड स्थित रविंद्रनाथ टैगोर सभागार में राष्ट्रीय एकता अभियान के तहत एक राष्ट्र, एक संविधान के विषय पर बतौर वक्ता बोल रहे थे.
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नई दिल्ली: केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने विदिशा में एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटने के बाद शहर के लोग भी वहां व्यापार कर सकेंगे. विदिशा के लोग वहां अपने होटल से लेकर अन्य बिजनेस तक शुरू कर सकते हैं. इससे कश्मीर में रोजगार भी पैदा होगा. अब हमें वहां के लोगों का दिल जीतना है, इसलिए जब भी कश्मीर के लोग यहां आएं तो उन्हें खूब सम्मान दें. बता दें कि संजीव बालियान बुधवार को सिविल लाइंस रोड स्थित रविंद्रनाथ टैगोर सभागार में राष्ट्रीय एकता अभियान के तहत एक राष्ट्र, एक संविधान के विषय पर बतौर वक्ता बोल रहे थे.
इतना ही नहीं कश्मीर के विभाजन पर बोलते हुए संजीव बालियान ने कहा कि कश्मीर की समस्या तत्कालीन प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू के एक गलत निर्णय की देन है, अगर वे उस समय युद्ध विराम का निर्णय नहीं लेते, तो आज पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत का ही अंग होता. संजीव बालियान ने गोष्ठी में कहा, 'वर्ष 1947 में देश की आजादी के समय जब कश्मीर रियासत के भारत में विलय में देरी हो रही थी, तब पाकिस्तान की सेना ने कबायली के साथ कश्मीर पर हमला कर दिया और उसके एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया. इस बीच कश्मीर का भारत में विलय हुआ और भारतीय सेना ने कबायली के खिलाफ कार्रवाई शुरू की.'
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विदिशा, मध्यप्रदेश में 'राष्ट्रीय एकता अभियान' के अंतर्गत अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रबुद्ध वर्ग को संबोधित किया|#RashtriyaEktaAbhiyan pic.twitter.com/A78iuuWi4R
— Dr. Sanjeev Balyan (@drsanjeevbalyan) 25 September 2019
भाजपा नेता ने आगे कहा कि सेना जब कश्मीर के बचे हुए हिस्से से कबायलियों को खदेड़ रही थी. उसी बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू के मन में पता नहीं क्या विचार आया कि उन्होंने युद्ध विराम कर दिया और इस मामले को संयुक्त राष्ट्रसंघ में ले गए. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाकर इस समस्या के समाधान की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं.'