कोरोना के खतरे में सोमवार से बजट सत्र, प्रोटेम स्पीकर बोले- सभी दलों से करेंगे चर्चा
Advertisement

कोरोना के खतरे में सोमवार से बजट सत्र, प्रोटेम स्पीकर बोले- सभी दलों से करेंगे चर्चा

एक तरफ मध्य प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लगातार पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इज़ाफा देख सरकार ने भीड़ नियंत्रण के लिए पाबंदियां लगा दी हैं. दूसरी तरफ सोमवार 20 जुलाई से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है.

एमपी विधान सभा भवन

भोपाल: एक तरफ मध्य प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लगातार पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इज़ाफा देख सरकार ने भीड़ नियंत्रण के लिए पाबंदियां लगा दी हैं. दूसरी तरफ सोमवार 20 जुलाई से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. पांच दिन चलने वाले इस बजट सत्र में सेंट्रलाइज़्ड एयरकंडीशनर में बैठकें होंगी. साथ ही परिसर में डेढ़ हज़ार से ज्यादा लोगों का जमावड़ा लगेगा. दो विधायक पहले ही कोरोना पॉजिटिव आये हैं और उनका इलाज चल रहा है. 
बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौर में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गंभीर हालात देखते हुए प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने इस मुद्दे को कार्यमंत्रणा समिति में रखने की घोषणा की है. सोमवार को सभी दलों के नेता इस समिति में बैठकर संक्रमण के मुद्दे पर फैसला लेंगे.

सोशल डिस्टेंसिंग का होगा पालन
एमपी विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने ज़ी मीडिया से बात करते हुए इस बात को स्वीकार किया कि इन दिनों प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. विधानसभा परिसर में ऐसी कोई दूसरी व्यवस्था भी नहीं है, जिसमें 205 विधायकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठाया जा सके. शर्मा ने कहा कि सेनेटाइज़ेशन और मेडिकल स्क्रीनिंग की पूरी व्यवस्था भी की जाए तो इस बात का खतरा रहेगा कि कहीं शरीर का कोई हिस्सा किसी संक्रमण से टच नहीं हो. अगर सदन में बैठक हुई तो सेंट्रलाइज़्ड एसी का इस्तेमाल भी होगा. एक साथ डेढ़-दो हज़ार लोगों की मौजूदगी में सत्र कैसे हो इस पर कार्यमंत्रणा समिति में फैसला लिया जाएगा. इस समिति में सभी दलों के सदस्य होते हैं, जो संक्रमण पर उचित फैसला लेंगे.

डेढ़ हजार लोग होंगे मौजूद
एमपी विधानसभा के 20 जुलाई सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र को 5 दिन तक चलाये जाने की अधिसूचना जारी की गयी है. सत्र के दौरान विधायक के साथ दो निजी स्टाफ और गनमैन मिलाकर कम से कम तीन लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी गयी है. विधानसभा के कर्मचारियों की संख्या 250, पुलिस द्वारा विधानसभा की सुरक्षा में करीब 300 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं, इसके साथ ही मंत्रालय के अधिकारी समेत अन्य स्टाफ और पत्रकारों की संख्या को कम से कम किया जाए तो संख्या डेढ़ हजार को पार कर जाती है. 140 मीटर व्यास के दायरे में बने विधानसभा के निर्मित परिसर में इतने लोगों की सोशल डिस्टेंसिंग संभव नहीं होगी. ऐसे में संक्रमण को जोखिम हर वक्त बना रहेगा.

कितना सेफ होगा कोरोना संकट के बीच बजट सत्र
बीते दिनों दो विधायक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. ग्वालियर इलाके से आने वाले एक युवा कांग्रेस विधायक के साथ मालवा इलाके की एक महिला बीजेपी विधायक बीते दिनों कोरोना संक्रमित पायी गयी हैं. इन दोनों के साथ उनका स्टाफ भी पॉजिटिव मिले हैं. सभी का इलाज चल रहा है. इससे पहले हाल ही में कांग्रेसी और एक बीजेपी के विधायक कोरोना संक्रमित होकर ठीक हुए हैं. जबकि प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार तेज हो रही है, तब विधानसभा सत्र का बुलाया जाना खतरे को निमंत्रण देना हो सकता है. 

बता दें कि संक्रमण बढ़ते देश संसद का बजट सत्र भी 23 मार्च को वक्त से पहले स्थगित कर दिया गया था. जुलाई में मॉनसून सत्र बुलाने पर भी फैसला अब तक नहीं हो सका है, संभावना है कि इस महीने संसद का मॉनसून सत्र नहीं बुलाया जाएगा.

Trending news