आने वाले चुनावों में कांग्रेस अब एससी, एसटी और ओबीसी को रिझाने की तैयारी कर रही है. बता दें इसके लिए कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी नेताओं के साथ साझा चुनाव अभियान चला सकती है.
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नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ में जातिगत आधार पर वोटबैंक को साधने पर राहुल गांधी की सहमति के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सक्रिय हो गई है. भाजपा के सबका साथ सबका विकास वाले नारे से हटकर कांग्रेस अब छत्तीसगढ़ में जातिगत आधार पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. आने वाले चुनावों में कांग्रेस अब एससी, एसटी और ओबीसी को रिझाने की तैयारी कर रही है. बता दें इसके लिए कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी नेताओं के साथ साझा चुनाव अभियान चला सकती है. इस अभियान के तहत कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के लोगों की नब्ज टटोलने की कोशिश करेगी. बता दें छत्तीसगढ़ में 89 प्रतिशत वोट इन तीन भागों में बटें हैं. बाकि के 11 प्रतिशत वोट सामान्य वर्ग वाले वोटर्स के हैं. ऐसे में अगर कांग्रेस इन वोटर्स को साधने में सफल हो जाती है तो भाजपा के लिए मुश्किल हो सकती है.
कोरिया में एससी, एसटी, ओबीसी और कांग्रेस की ओर से अभियान के तहत हो रहा संयुक्त बैठक
बता दें पिछली 2013 के चुनावों में भी कांग्रेस को एससी, एसटी और ओबीसी के वोट बैंक से अच्छा खासा लाभ मिला था, लेकिन सीएम रमन सिंह की लोकप्रियता के आगे कांग्रेस पिछड़ गई थी. वहीं मध्यप्रदेश में कांग्रेस को इन वर्गों से कोई खास लाभ नहीं मिला था. यही कारण है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस इस बार इन वर्गों पर अपनी पकड़ बनाने के प्रयास में लगी है. दरअसल, सोमवार से कोरिया में एससी, एसटी, ओबीसी और कांग्रेस की ओर से अभियान के तहत हो रहा संयुक्त बैठकों का दौर शुरू हो रहा है. जिसमें कांग्रेस अपने एजेंडे पर इन वर्गों के नेताओं से बात कर सकती है.
किसानों का कर्ज माफी कांग्रेस का संकल्प
वहीं इन वर्गों को साधने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने जोर शोर से तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कांग्रेस की सरकार आने पर किसानों की कर्ज माफी को कांग्रेस का नारा नहीं बल्कि संकल्प बताया है. भूपेश बघेल ने ट्वीट कर सभी के बिजली बिल को हाफ करने, किसानों का कर्ज माफ करने जैसे और काम करने का संकल्प लिया है.
किसानों का कर्जा माफ़ और बिजली बिल हाफ़ कोई नारा नहीं बल्कि हमारा अटूट संकल्प है. कांग्रेस अगर कह रही है कि सभी के लिए बिजली का बिल हाफ़ होगा और किसानों का कर्जा माफ़ होगा, तो ऐसा होगा ही और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी को हम बदलकर दिखायेंगे.
— Bhupesh Baghel (@Bhupesh_Baghel) July 15, 2018
भूपेश बघेल ट्वीट
अपने ट्वीट में भूपेश बघेल ने लिखा कि "किसानों का कर्जा माफ़ और बिजली बिल हाफ़ कोई नारा नहीं बल्कि हमारा अटूट संकल्प है. कांग्रेस अगर कह रही है कि सभी के लिए बिजली का बिल हाफ होगा और किसानों का कर्जा माफ होगा, तो ऐसा होगा ही और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी को हम बदलकर दिखायेंगे.