ओडिशा में मिलता है सस्ता गांजा, जानिए कैसे छत्तीसगढ़, एमपी, बिहार और यूपी में होती है तस्करी
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ओडिशा में मिलता है सस्ता गांजा, जानिए कैसे छत्तीसगढ़, एमपी, बिहार और यूपी में होती है तस्करी

पत्थलगांव में दशहरे के दिन गांजे से भरी कार ने लोगों को कुचलने की बड़ी घटना के बाद भी ओडिशा से गांजे की तस्करी नहीं थम रही है. 

पुलिस के पास जब्त गांजा

संजीत यादव/जशपुर: पत्थलगांव में दशहरे के दिन गांजे से भरी कार ने लोगों को कुचलने की बड़ी घटना के बाद भी ओडिशा से गांजे की तस्करी नहीं थम रही है. तस्करों के लिए जशपुर जिला सबसे सुरक्षित जिला बना हुआ. यही कारण है कि इसी जिले से होते हुए गांजा तस्कर मध्यप्रदेश, बिहार, उतरप्रदेश और दिल्ली तक गांजा तस्करी करते है. हलांकि बीच-बीच में जशपुर पुलिस कार्रवाई के नाम पर सुर्खियां भी बंटोरती है लेकिन तस्कर गांजा तस्करी से बाज नहीं आ रहे है.

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दरअसल जशपुर जिला झारखण्ड और ओडिशा राज्य से लगा हुआ है. उड़ीसा राज्य के झारसुगड़ा, संबलपुर, अंगुल में चोरी छिपे तरीके से गांजे की खेती की जाती है और यही से देश के अलग-अलग राज्य में गांजे की सप्लाई की जाती है. गांजा तस्करी करने वाले तस्कर छत्तीसगढ़ से ओड़िसा को जोड़ने वाली सड़क जशपुर लावाकेरा और झारसुगड़ा सड़क का उपयोग करते हुए मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, बिहार और दिल्ली तक गांजे की सप्लाई करते है. 

23 किलो गांजा जब्त किया
जशपुर पुलिस ने ओडिशा बॉर्डर के पास लवाकेरा बैरियर लगा कर वाहनों की जांच शुरू कर दी है. वाहनों की जांच के दौरान मंगलवार की सुबह तपकरा पुलिस ने गांजा तस्करी कर रहे एक महिला व एक पुरुष को गिरफ्तार किया है. आरोपी कार की डिक्की में रखकर गांजा ले जा रहे थे. पुलिस ने कार से गांजे के 23 पैकेट्स यानी 23 किलो गांजा जब्त किए है. पकड़े गए आरोपी जबलपुर मध्यप्रदेश के हैं, जो ओडिशा के झारसुगड़ा से गांजा लेकर छतरपुर मध्यप्रदेश ले जा रहे थे. पत्थलगांव के हिट एंड रन केस में भी गांजा तस्कर सिंगरौली मध्यप्रदेश के थे, जो ओडिशा से गांजा लेकर सिंगरौली जा रहे थे.

ओडिशा में गांजा सस्ता मिलता है
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा में गांजे की कीमत काफी कम है, जबकि दूसरे राज्य में गांजे की कीमत ओड़िसा से कई गुना अधिक है. जानकारी के मुताबिक ओड़िसा में पांच सौ से हजार रूपये किलो के भाव से गांजा मिलते है. वही गांजा छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में 10 हजार रूपये, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और बिहार में 20 से 25 हजार रूपये तक बिकता है. गांजा तस्करी करने वाले तस्कर लग्जरी कार के साथ मोडिफाई कार का भी उपयोग करते है लेकिन कई बार पुलिस भी तस्करों का पैतरे पर पानी फेर देते है. जशपुर जिले में सबसे ज्यादा ओड़िसा बॉर्डर से लगा हुआ तपकरा थाना में गांजे की कार्रवाई हुई है.

गांजे की खपत एमपी में हो रही
मंगलवार को सामने आई गांजा तस्करी की घटना और पत्थलगांव के हिट एंड रन मामले में एक समानता है कि तस्करी के दोनों मामले में आरोपी मध्यप्रदेश के थे और ओडिशा से गांजे की बड़ी खेप ले जा रहे थे. इन दोनों घटनाओं से स्पष्ट है कि इन दिनों गांजे की खपत मध्यप्रदेश में हो रही है और ओडिशा से भारी मात्रा में माल मध्यप्रदेश जा रहा है. मध्यप्रदेश के गांजा तस्कर बेहद सक्रिय हैं और छग के रास्ते से गांजा की तस्करी की जा रही है.

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इन रास्तों से एमपी जाता है गांजा
ओडिशा से गांजा तस्करी मप्र के लिए हो रही है तो जशपुर के कई थानों की पुलिस को अलर्ट रहने की जरूरत है. क्योंकि कई सड़कें हैं जो मध्यप्रदेश जाने के लिए उपयोग में लाई जाती है. तस्कर छग में प्रवेश करने के लिए जशपुर जिले में तपकरा, कुनकुरी, कांसाबेल व पत्थलगांव होते हुए अंबिकापुर के रास्ते मप्र निकल सकते हैं. तपकरा, कुनकुरी, जशपुर, आस्ता होते हुए बलरामपुर के रास्ते से भी मप्र निकला जा सकता है. तस्करी रोकने के लिए अधिक चौकसी की जरूरत ओडिशा प्रवेश के सभी रास्तों पर रखनी होगी. पुलिस ने ओडिस से जोड़ने वाली सात रास्तों में से तीन रास्तो पर बैरियर लगा कर बारिकी से जाँच कर रही है.

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