छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर आई है. राज्य में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं. एक मरीज दुर्ग जिले में तो दूसरा मरीज कांकेर जिले में मिला है. दोनों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. दोनों मरीजों के मिलने के बाद छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है.
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हितेश शर्मा/दुर्ग। देश में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ता जा रहा है. देश में अब तक मंकीपॉक्स के 4 केस मिल चुके हैं, जबकि अब छत्तीसगढ़ में भी मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. दुर्ग जिले के जुनवानी और कांकेर जिले के दो मरीजों में मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आ रहे हैं. दोनों की जांच के लिए सेंपल पुणे भेजे गए हैं. बताया जा रहा है कि दुर्ग जिले का युवक अरब देश से वापस आया है.
दुर्ग के मरीज में मंकीपॉक्स के दिख रहे लक्षण
दरअसल, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के जुनवानी में मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मरीज मिला है. बताया जा रहा है कि मरीज के शरीर में लाल दाने व सूजन की शिकायत है. जिसके बाद उसने शंकराचार्य हॉस्पिटल में सोमवार को टेस्ट कराया गया था, फिलहाल डॉक्टरों का कहना है कि संभवत यह मंकीपॉक्स के लक्षण तो नहीं है लेकिन फिर भी रिपोर्ट पुणे भेजी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चलेगा.
कांकेर में बच्चे में लक्षण
वहीं कांकेर के 13 साल के बच्चे में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. बच्चा त्वचा रोग के इलाज के लिए अंबेडकर अस्पताल में भर्ती था. फिलहाल बच्चे का रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में इलाज जारी है. लक्षण दिखने के बाद बच्चे को आइसोलेट किया गया है. जबकि बच्चे के साथ ही संपर्क में आए और भी लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया.
चिंता इसलिए भी ज्यादा बढ़ गई हैं क्योंकि मरीज अरब कंट्री और ओमान से वापस आया है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर हैं. जबकि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है. जबकि डॉक्टरों द्वारा लोगों को मंकीपॉक्स को लेकर समझाने के बारे में और उन्हें अलर्ट करने का निर्देश भी दिया है.
देश में चार मरीज
देश में मंकीपॉक्स के अब तक चार मरीज मिल चुके हैं, इनमें 3 मरीज केरल में हैं, जबकि एक मरीज राजधानी दिल्ली में मिला है. इसके अलावा आज भी दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिला है, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है. मरीज के सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेज दिया गया है हालांकि, अभी तक उसकी भी रिपोर्ट नहीं आई है.