छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इंटरव्यू लिया.
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रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे, हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बघेल सरकार की जमकर तारीफ की. खास बात यह है कि कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अलग अंदाज देखने को मिला, सीएम बघेल ने एंकर बनकर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का इंटरव्यू लिया.
सीएम बघेल बने एंकर
दरअसल, कार्यक्रम के बीच में सीएम भूपेश बघेल एंकर के रूप में नजर आए, उन्होंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का इंटरव्यू लेते हुए उनसे सीधे सवाल-जवाब किए. इस दौरान सीएम बघेल ने सोरेन से पूछा कि आप छत्तीसगढ़ आए हैं, आपको यहां आकर कैस लगा. जिस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि ''मुझे छत्तीसगढ़ में आकर अच्छा लग रहा है, क्योंकि यह केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि कई राज्यों के आदिवासी मौजूद है, विदेशों के आदिवासी भी यहां आए हैं, यह आदिवासी समाज के लिए गौरव का क्षण है. क्योंकि यह आदिवासी समाज के लिए यह एक बड़ा आयोजन है.
मुझे लगा में झारखंड में हूं
जब सीएम बघेल ने पूछा कि इस कार्यक्रम को देखकर आपको ऐसा नहीं लग रहा कि आप छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि झारखंड में हैं, तो हेमंत सोरेन ने कहा कि ''बिल्कुल मुझे तो यहां अपने राज्य की झलक देखने को मिल रही है, क्योंकि मुझे यहां अपने लोग ही मिल रहे हैं, देश विदेश के आदिवासी समाज में जो समानता है वह देखने लायक है. ''
आदिवासियों को विकास के लिए काम करेंगे
वहीं सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासी समाज के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, इन पर आप क्या कहेंगे. जिस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि '' आदिवासी वर्ग आर्थिक रुप से पिछड़ा है, इसलिए यह पिछड़ा पन दूर करना है. इसे हम अपने-अपने माध्यम से दूर कर सकते हैं. चाहे वह सरकार की योजना हो या फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम मुझे लगता है कि मिलकर आदिवासी समाज के लिए काम करना चाहिए. '' इस तरह सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इंटरव्यू लिया.
यह कार्यक्रम देश के लिए एक संदेश है
वहीं कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नहीं भी होता तो भी आदिवासी नृत्य महोत्सव देखने छत्तीसगढ़ जरूर आता है. हेमंत सोरेन ने कहा कि जहां ये कार्यक्रम आयोजन हो रहा है. ये कार्यक्रम पूरे देश के लिए एक संदेश है. आज हम चाहे तो ये वर्ग हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकता है. इस वर्ग के लोग मंत्री बनते हैं, संसद तक जाते हैं लेकिन ये वर्ग आज भी पिछड़ा है. मैं झारखंड से आता हूं. एक आदिवासी वर्ग से आता हूं. हमारे राज्य आदिवासी बहुल राज्य है. इस कार्यक्रम में आए विभिन्न कलाकारों को मैं देख रहा था.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में दूसरी बार आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में 7 देशों के नर्तक दल सहित देश के 27 राज्यों तथा 6 केन्द्र शासित प्रदेशों के 59 आदिवासी नर्तक दल शामिल हुए हैं. जिसमें लगभग 1,000 कलाकार हैं. जिनमें 63 विदेशी कलाकार भी शामिल हैं. तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में देश और विदेश के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति देंगे.
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