Chhattisgarh: बढ़ी हुई बिजली दर का विरोध, 150 से ज्यादा स्टील प्लांट बंद, 5 लाख नौकरियां पर असर
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Chhattisgarh: बढ़ी हुई बिजली दर का विरोध, 150 से ज्यादा स्टील प्लांट बंद, 5 लाख नौकरियां पर असर

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योगों के लिए बढाई गई बिजली बिल दर का विरोध शुरू हो गया है.  स्टील उद्योग संघ का कहना है कि यह दर देश में सबसे ज्यादा है. राज्य में आधी रात से 150 से 200 स्टील प्लांट बंद हो गए हैं.

Chhattisgarh: बढ़ी हुई बिजली दर का विरोध, 150 से ज्यादा स्टील प्लांट बंद, 5 लाख नौकरियां पर असर

CG News: छत्तीसगढ़ में मंगलवार को बढ़ी हुई बिजली दर का विरोध हो रहा है. आधी रात से राज्य के 150 से 200 स्टील उद्योग बंद कर दिए गए हैं. उद्योग संघ की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इस बंद का असर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से 5 लाख नौकरियां पर पड़ेगा. राज्य में पहले स्टील उद्योग को 6.10 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलती थी, जो अब बढ़कर 7.21 यूनिट हो गई है. इस दर में अगर टैक्स को जोड़ दिया जाए तो यह 9 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच जाती है. स्टील उद्योग संघ का कहना है कि यह दर देश में सबसे ज्यादा है.

कुछ दिनों पहले ही छत्तीसगढ़ में बिजली की दरों में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. यही वजह है कि स्टील प्लांट कारोबारियों ने 150 मिनी स्टील प्लांट बंद कर दिए हैं. आज सुबह से ही फैक्ट्रियों बंद कर दी गईं. स्टील उद्योग संघ और सरकार के बीच अब तक कोई हल नहीं निकला. प्लांट बंद होने से करीब 5 लाख लोगों पर गहरा असर पड़ेगा. 

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सरकार पर दबाव बनाने की योजना
एक दिन पहले रायपुर के जेल रोड स्थित एक होटल में छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन की भी बैठक हुई. उद्योगपतियों ने तय कि मंगलवार से काम बंद कर देंगे. अब सभी कारोबारी प्रदेश के पूर्व CM भूपेश बघेल और डॉ रमन सिंह से मुलाकात करने की योजना बना रहे हैं. उद्योगपति संघ इस कोशिश में हैं कि मौजूदा सरकार पर दबाव बने और बिजली की बढ़ी दरों को वापस लिया जाए. 

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क्या बोला संघ?
स्टील उद्योग संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नचरानी ने कहा कि मिनी स्टील प्लांट में सबसे ज्यादा बिजली खपत होती है. सरकार को हर साल राजस्व के रूप में हजारों करोड़ रुपए देते हैं. जो बिजली हमें पहले 6.10 रुपए में मिल रही थी, अब वह 7.62 रुपये में मिल रही है. पहले एक प्लांट का औसतन बिल 5 करोड़ आता था. अब वह बढ़कर 6 करोड़ हो गया है. इस उद्योग में इतना मार्जिन नहीं है. बिजली बिल की दरों में इतनी बढ़त उद्योग की कमर तोड़ सकता है. 

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