Panchayat Mahapanchayat In Raipur: रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में राज्य स्तरीय महापंचायत का आयोजन किया गया. इसमें डिप्टी सीएम, पंचायत मंत्री विजय शर्मा और केंद्रीय पंचायती राज राज्यमंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल समेत कई अन्य मंत्री और विधायक मौजूद रहें. महापंचायत में प्रदेशभर से पंचायत प्रतिनिधि पहुंचे थे.
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Raipur News: रायपुर। साइंस कॉलेज ग्राउंड में राज्य स्तरीय महापंचायत का आयोजन किया गया. इसमें डिप्टी सीएम और पंचायत मंत्री विजय शर्मा और केंद्रीय पंचायती राज राज्यमंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल समेत कई अन्य मंत्री और विधायक पहुंचे. महापंचायत में प्रदेशभर से पंचायत प्रतिनिधि पहुंचे थे जिन्होंने अपना सुझाव भी दिया और प्रधानमंत्री को धन्यवाद देने के लिए प्रस्ताव पारित कर पोस्ट किया.
कार्यक्रम में किया क्या हुआ?
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की राशि अंतरित की गई. इसके तहत 15 हजार से ज्यादा हितग्राहियों को राशि भेजी गई. कम्प्यूटर और लाइब्रेरी बनाने के लिए भी राशि हस्तांतरित की गई. कार्यक्रम में उत्कृष्ट काम करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया. लखपति दीदियों का सम्मान भी हुआ.
डिप्टी सीएम विजय शर्मा क्या बोले?
मेहनत करने पर जनता का आशीर्वाद बिन पैसा का मिलता है और पक्का मिलता है. मंच पर बैठे सभी कभी न कभी पंचायत या जनपद के प्रतिनिधि रहे हैं. गांव में लोकतंत्र पंचायती राज के जरिए ही आता है. उन्होंने कहा कि पंचायतों में आगामी कार्ययोजना को लेकर सुझाव लिए जा रहे हैं. उसी मुताबिक पंचायत विभाग चलेगा. एक-एक सुझाव मैं पढूंगा और फोन भी करूंगा. पंचायत विभाग पंचायतों के जरिए ही चलेगी.
केंद्रीय राज्यमंत्री राज कपिल मोरेश्वर पाटिल का संबोधन
विकास की मुख्य धारा में आगे बढ़कर प्रोत्साहन देने का काम पंचायत प्रतिनिधियों के लिए यहां की सरकार कर रही है. हम एक चाभी के भरोसे घर को छोड़कर बाहर चले जाते हैं. सरपंच भी गांव की चाभी है. गांव वाले के विश्वास की चाभी, इस चाभी के जरिए गांव के विकास और ग्रामीणों के विश्वास को पूरा करना है.
राज्यमंत्री राज कपिल मोरेश्वर पाटिल ने कहा कि नरेंद्र मोदी एक नाम नहीं है. बल्कि सामर्थ्य है. 10 सालों में विश्वास बढ़ा है कि मोदी है तो मुमकिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव का विकास गांव के हाथों में दिया. छत्तीसगढ़ की पिछली कांग्रेस सरकार ने गांवों को विकास के लिए कोई फंड नहीं दिया. लेकिन, अब डबल इंजन की सरकार है. अब गांवों में फंड की कमी नहीं होगी.