Aaj ki Dharmik kahani: भगवान राम से जुड़ी कई कहानियां प्रचलित है. इन्हीं में से एक है गुरू विश्वामित्र के क्रोध की कहानी, जिसमें विश्वामित्र राजा दशरथ पूरी अयोध्या को जलाने की धमकी देते हैं. जानिए इसके पीछे की दिलचस्प वजह.
भगवान राम अपने चार भाई में सबसे बड़े थे. इनका यश शौर्य पूरे अयोध्या सहित आस- पास के नगरों में विख्यात था.
इसी समय गुरू विश्वामित्र जब तप कर रहे होते हैं तो रावण के आदेश पर निकले मेघनाथ के दूत उनकी हवन सामाग्री उठा कर ले जाते हैं.
उनके इस कृत्य के बाद विश्वामित्र काफी ज्यादा क्रोधित होते हैं. फिर उनके मन में विचार आता है कि चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ के दोनों बेटों राम और लक्ष्मण को अपने साथ ले आने का.
इसके बाद अपने यज्ञों की रक्षा करने के लिए राजा दशरथ से दोनों बेटों राम और लक्ष्मण को मांगने जाते हैं.
जब वो राजा दशरथ के सामने ये प्रस्ताव रखते हैं तो राजा दशरथ उनके प्रस्ताव को ठुकरा देते हैं. इस पर विश्वामित्र क्रोधित हो जाते हैं.
इसके बाद विश्वामित्र कहते हैं राजा दशरथ तुम अभी मेरे क्रोध को नहीं जानते हो. अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो मैं पूरी अयोध्या को जलाकर राख कर दूंगा.
इसके बाद गुरू वशिष्ट के समझाने के बाद पुत्र मोह में पड़े राजा दशरथ भगवान राम और लक्ष्मण को गुरू विश्वामित्र के यज्ञों की रक्षा करने के लिए दे देते हैं.
गुरू विश्वामित्र भगवान राम और लक्ष्मण को धनुर्विद्या में पारंगत कर देते हैं. जिसके फल स्वरूप भगवान राम आने वाले दिनों में एक योद्धा के रूप में भी गिने गए.
एक मत ये भी प्रचलित है कि जब भगवान राम ताड़का नाम की राक्षसी का वध करते हैं तब जाकर उन्हें विश्वामित्र धनुर्विद्या देते हैं.
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