Jagannathji Puri: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर की रथ यात्रा भारत के साथ-साथ विदेशों में प्रसिद्ध है. यह यात्रा हर साल निकाली जाती है, जिसमें लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं. इस यात्रा के लिए विशाल रथ बनाए जाते हैं. रायपुर के लोग अब पूरी वाले भगवान जगन्नाथ के रथ के पहिए का दर्शन नजदीक से कर सकेंगे. नजदीक से दर्शन के साथ वे इस रथ के चक्के छूकर भी इसकी पूजा कर सकेंगे.
रायपुर के जगन्नाथ मंदिर में रायपुर उत्तर सीट से विधायक पुरंदर मिश्रा ने बताया कि जगन्नाथ मंदिर ओडिशा से रथ यात्रा के रथ का पहिया रायपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में रखा गया है और अब इस रथ के पहिए का दर्शन आम लोग कर सकें इसके लिए व्यवस्था बनाई जा रही है
रथ के पहियों को जो एक पिकअप वाहन में लगाए गए हैं और यह रथ रायपुर के अलग-अलग इलाके शासकीय कार्यालय मंत्रियों के बंगले, कॉलोनियों, सभी वार्डो और अन्य इलाकों में भी 11 फरवरी से अगले 21 दिन तक भ्रमण करेगा.
मिश्रा ने बताया कि यहां के रहवासी इस रथ के चक्के को करीब से देख सकें, उन्हें छू सकें, उनकी पूजा कर सकें और रथ के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें. इसके लिए व्यवस्था की गई है.
विधायक ने बताया कि ओडिशा की रथ यात्रा में अधिकांश लोग शामिल नहीं हो पाते और न ही स्पर्श कर पाते हैं. इसलिए उनके मन में आया कि क्यों ना ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि इस रथ के बारे में आम लोगों को सभी जानकारी मिले और करीब से देख सकें और उन्हें छू सकें उनकी पूजा कर सकें इसलिए यह व्यवस्था बनाई गई है.
माना जाता है कि जगन्नाथ रथ यात्रा दुनिया की सबसे पुरानी रथ यात्राओं में से एक है और इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है. यह एक वार्षिक उत्सव है जो आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को पड़ता है.
पुरी में मनाए जाने वाले इस पर्व को कई नामों से जाना जाता है. इसे कहीं रथ महोत्सव, नवदीना यात्रा, गुंडिचा यात्रा या दशावतार के नाम से लोग मानते हैं. ये रथयात्रा बड़े स्तर पर पूरी में और देश के कई शहरों में मनाया जाता है. जहां लोग पूरे विधि विधान से प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा निकालते हैं.
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