Balod News: हर शादी यादगार लम्हों के साथ दो परिवारों को जोड़ती है. आज हम बात कर रहे हैं बालोद में हुई एक मुकम्मल शादी की जिसमें वामन जोड़ी शादी के बंधन में बंधे. आइये देंखें प्यारी तस्वीरें और जानें सब कुछ
बता दें समाज में ऐसे लोंगो का अपमान के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हम अनुरोध करते है की वो किसी भी तरह से कम नहीं है. हमें उन्हें कम आंकने की जगह में उन्हें समाज में अच्छा स्थान और तबज्जो देनी चाहिए.
इस शादी के बाद दोनों परिवार फूले नहीं समा रहे. इस दिन का वे सालों से इंतजार कर रहे थे. चूंकि, उनका ईश्वरीय आकार सामाजिक मानदंडों के अनुरूप नहीं था, इसलिए शादी में दिक्कत आ रही थी पर अब सब बेहतर से बेहतरीन हो चुका है.
बता दें कि अपनी दिव्यांगता को नजरअंदाज कर दोनों ने मिलकर नए जीवन की शुरुआत करने का संकल्प लिया. दोनों की उम्र 35 वर्ष है. उनकी ऊंचाई करीब ढाई फीट है.
दुल्हन रामेश्वरी के भाई खिलेंद्र देवांगन ने बताया कि उनके परिवार में दो भाई एक बहन हैं. रामेश्वरी सबसे बड़ी बहन है. वह सिलाई का काम करती है. जिनके साथ रिश्ता तय हुआ यानी उनके जीजा भरदा (टटेंगा) के रहने वाले मनीष कुमार एक प्राइवेट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं.
बालोद के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम सिरसिदा के देवांगन परिवार में चारों ओर खुशियां छाई हुई हैं. यहां एक वामन दुल्हन, रामेश्वरी को अपना वामन दूल्हा मनीष आखिर मिल ही गया. कुछ दिनों पहले गांव में विधि-विधान मंत्र उच्चारण के साथ दुल्हन रामेश्वरी देवांगन ने अपने दूल्हे मनीष कुमार के साथ सात फेरे लिए.
दोनों की हाइट बेहद कम यानी 2.5 फीट है. विवाह के लिए रिश्ता नहीं मिल रहा था. ऐसे ये दोनों परिवार एक दूसरे के लिए सहारा बने. एक दूजे को समझा और अब यहां खुशियां छाई हुई है.
यह शादी अपने आप में अनोखा विवाह है. इसे देखकर यह कहा जा सकता है कि रब ने बना दी जोड़ी. पूरा समाज इस विवाह को एक आदर्श के रूप में देख रहा है.
कहते हैं ना जोड़ियां भगवान के घर से बनकर आती हैं. अगर आपकी किस्मत में साथी है तो देर ही सही आपको मिलेगा. क्योंकि, कहते हैं भगवान ने हर किसी के लिए किसी न किसी को बनाया है. कुछ ऐसा ही हुआ है छत्तीसगढ़ के बालोद में जहां एक वामन दूल्हा-दुल्हन की शादी चर्चा का का विषय बना हुआ है.
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