CG: CM बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर किया ध्वजारोहण, प्रदेशवासियों को दी ये सौगातें
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CG: CM बघेल ने स्वतंत्रता दिवस पर किया ध्वजारोहण, प्रदेशवासियों को दी ये सौगातें

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने देश और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज का शुभ दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संकल्प और सपनों को "न्याय" के रास्ते पर चलकर पूरा करने का संदेश देते हुए संकल्पबद्ध रहने की प्रेरणा देता है.

ध्वाजारोहण करते सीएम भूपेश बघेल

रायपुर: 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ में झंडा आरोहण का किया गया. सीएम भूपेश बघेल ने 9 बजे राजधानी रायपुर स्थित पुलिस परेड मैदान में ध्वाजारोहण किया. कोरोना वायरस की वजह से इस बार कार्यक्रम में ज्यादा लोगों को शामिल होने के लिए आमत्रंण नहीं दिया गया है. साथ ही हर वर्ष की तरह इस वर्ष स्कूली बच्चों को भी कार्यक्रम में नहीं शामिल किया गया है. 

 

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने देश और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज का शुभ दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संकल्प और सपनों को "न्याय" के रास्ते पर चलकर पूरा करने का संदेश देते हुए संकल्पबद्ध रहने की प्रेरणा देता है.

 

इस दौरान उन्होंने राज्य को कई बड़ी योजनाओं की सौगात दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मजदूरों का भला हो सके, इसके लिए भूमिहीन किसानों के लिए मजदूर न्याय योजना की शुरूआत की जाएगी. लोगों को रोजगार मिल सके, इसके लिए रायपुर में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ के व्यंजनों को पहचान मिल सके, इसके लिए हर जिले में खान-पान रेस्टोरेंट 'गढ़ कलेवा' खोला जाएगा. इस दौरान उन्होंने राज्य में नए उद्यानिकी कॉलेज, खाद्य तकनीकी कॉलेज और विशिष्ट पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने का ऐलान किया.

 

सीएम ने कहा कि राज्य में 'पढ़ाई तुंहर द्वार' ऐप के जरिए 22 लाख बच्चे पढ़ाई और 2 लाख शिक्षक पढ़ रहे हैं. इस दौरान उन्होंने करोना वायरस को लेकर राज्य की तैयारियों का भी जिक्र किया. सीएम बघेल ने कहा कि राज्य में कोरोना के इलाज के लिए 30 अस्पताल, 3 हजार 383 बिस्तर, 517 आईसीयू बिस्तर, 479 वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया है.

संबोधन के दौरान सीएम बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्मरण किया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान उन्होंने प्रदेश के मजदूरों का ध्यान रखा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान 5 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक मजदूरों की वापसी कराई गई. साथ ही खाद्यान्न की कमी न हो इसलिए इन्हें राशन की भी वितरण किया गया. इसके अलावा सीएम ने अपने संबोधन के दौरान कई अन्य बड़ी योजनाओं को बताया. 

 

छत्तीसगढ़ी भाषा को सम्मान नहीं मिल पाने के कारण उन्होंने चिंता भी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि राज्य की दुर्भाग्य है कि आजादी के 74 वर्षों बाद भी छत्तीसगढ़ी भाषा को 8वीं अनुसूची में नहीं किया गया है.

राज्य के विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया जा सके, इसके लिए नियुक्तियों और पदोन्नति समिति में महिला सदस्यों की नियुक्तियां अनिवार्य किए जाएंगे.

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