सीएम ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों के गढ़ में कैंप स्थापित करने गए थे, जिससे नक्सली बौखलाए हुए थे.
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रायपुरः बीजापुर नक्सली मुठभेड़ को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने अपने बयान में इसे नक्सलियों की आखिरी लड़ाई बताया. उन्होंने कहा कि नक्सली बौखलाए हुए हैं. हमारे सुरक्षाबलों की बहादुरी पर हमें गर्व है.
नक्सलियों के गढ़ में कैंप स्थापित करने गए थे जवान
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यह बड़ी घटना है. 2 हजार जवान ऑपरेशन पर निकले थे. जिनमें डीआरजी, कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. 4 टुकड़ियां सकुशल लौट आईं थी, एक टुकड़ी फंस गई थी.
सीएम ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों के गढ़ में कैंप स्थापित करने गए थे, जिससे नक्सली बौखलाए हुए थे. यह मुठभेड़ नहीं, युद्ध था. 4 घंटे आमने-सामने की लड़ाई चली. जिसमें रॉकेट लॉन्चर का भी इस्तेमाल हुआ. जवानों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी. नक्सलियों को भी भारी नुकसान हुआ है. सीएम ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि नक्सली 4 ट्रैक्टरों में अपने मृत और घायल साथियों को लेकर गए हैं.
'इंटेलीजेंस की चूक नहीं'
मीडिया से बात करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने इस नक्सली मुठभेड़ को इंटेलीजेंस की चूक मानने से इंकार कर दिया है. नक्सली अब 40 बाय 40 वर्गफुट के इलाके में सिमट के रह गए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलता रहेगा. हम कैंप स्थापित करके रहेंगे. नक्सली यह आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं.
घायल जवानों से की मुलाकात
इससे पहले सीएम भूपेश बघेल एयरपोर्ट से सीधे घायल जवानों से मिलने अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने घायल जवानों से बातचीत की. इसके बाद सीएम ने अधिकारियों से साथ बैठक की और हालात की समीक्षा की. बता दें कि बीजापुर नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए हैं और 31 जवान घायल हुए हैं.