कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव का नाम दो विधानसभाओं की वोटर लिस्ट में, नोटिस जारी
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कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव का नाम दो विधानसभाओं की वोटर लिस्ट में, नोटिस जारी

मध्य प्रदेश में फर्जी वोटर का मुद्दा कांग्रेस जोर-शोर से उठा रही है हालांकि कांग्रेस खुद अपने आरोपों में घिर रही है.

सज्जन सिंह वर्मा भी देवास जिले में डेढ़ से दो लाख फर्जी मतदाता होने की शिकायत कर चुके हैं.

देवास: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटर का मुद्दा कांग्रेस जोर-शोर से उठा रही है. पार्टी ने चुनाव आयोग को शिकायत कर प्रदेश में 60 लाख फर्जी मतदाता होने के आरोप लगाए हैं. लेकिन इस मामले में उसके ही नेता उलझ गए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व सांसद सज्जन सिंह वर्मा का नाम मध्यप्रदेश के दो विधानसभाओं की मतदाता सूचियों में मिलने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है. वर्मा भी देवास जिले में डेढ़ से दो लाख फर्जी मतदाता होने की शिकायत कर चुके हैं. हालांकि अब उनका नाम दो जगह आने से कांग्रेस खुद अपने आरोपों में घिर रही है.

सोनकच्छ की रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) नीता राठौर ने बताया, "प्रशासन की जांच में सज्जन सिंह वर्मा का नाम मतदाता सूची में दो जगह पाया गया है. इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक चार और देवास जिले की सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र में. इस कारण वर्मा को 23 अगस्त को अनुविभागीय एवं रजिस्ट्रेशन अधिकारी सोनकच्छ, जिला देवास द्वारा नोटिस जारी किया गया है तथा उन्हें 29 अगस्त को प्रात: 11 बजे तहसील कार्यालय सोनकच्छ में मय दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर प्रस्तुत करने को कहा गया है." 

उन्होंने कहा, "वर्मा द्वारा जवाब नहीं दिए जाने की स्थिति में यह माना जाएगा कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं कहना है और उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए उनका नाम सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र की सोनकच्छ तहसील की मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा.’’

नीता ने बताया कि इसके अलावा, सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र के 149 अन्य लोगों को भी दो मतदाता सूची में नाम होने पर नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन की जांच में यह भी पाया गया है कि सोनकच्छ का जो पता वर्मा ने दिया, वहां वह नहीं रहते हैं. मूल रूप से इंदौर निवासी वर्मा देवास-शाजापुर से सांसद और सोनकच्छ से विधायक रह चुके हैं.

दरअसल करीब एक महीने पहले वर्मा ने ही देवास कलेक्टर डॉ श्रीकांत पांडेय को सोनकच्छ विधानसभा में 25,000 फर्जी मतदाता होने की शिकायत की थी. इस शिकायत की जांच के लिए कलेक्टर ने सोनकच्छ एसडीएम को आदेश दिया था. एसडीएम द्वारा सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की जांच के लिए 288 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को ड्यूटी पर लगाया गया. जांच के बाद एसडीएम ने सोनकच्छ के 150 लोगों को उनके नाम दो स्थानों पर होने पर नोटिस जारी किए हैं. इनमें से एक नाम सज्जन सिंह वर्मा का भी हैं.

वर्मा बोले - मुझे नोटिस नहीं मिला है
इस मामले में सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि मुझे किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है. मतदाता सूची से नाम कटवाने की तारीख भी नहीं निकली है. 31 अगस्त तक का समय है. ऐसे में इस पर कुछ कहने की जरूरत ही नहीं है. हालांकि, उन्होंने सोनकच्छ की मतदाता सूची में नाम होने पर अनभिज्ञता जताते हुए कहा, "मैं शुरू से इंदौर में मतदान करता हूं. सोनकच्छ की सूची के बारे में जानकारी नहीं है." 

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