आपको बता दें कि बाबूलाल चौरसिया ने 2014 में टिकट कटने पर बगावती रुख अपनाते हुए हिंदू महासभा की सदस्यता ले ली थी. उन्होंने वार्ड नंबर 44 से हिंदू महासभा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी शम्मी शर्मा को हराया.
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ग्वालियर: ग्वालियर नगर निगम के वार्ड नंबर 44 से हिंदू महासभा के पार्षद रहे बाबूलाल चौरसिया का कांग्रेस में आते ही हृदय परिवर्तन हो गया है. कभी नाथूराम गोडसे की मूर्ति के आगे आरती दिखाने और जलाभिषेक करने वाले बाबूलाल चौरसिया अब गांधी भक्ति में लीन हो गए हैं. उन्होंने शनिवार को ग्वालियर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. यही बाबूलाल दो दिन पहले तक गोडसे जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे और हिंदू महासभा को अपना सबकुछ बता रहे थे.
बाबूलाल चौरसिया ने गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद मीडिया पर बातचीत में मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव पर कई आरोप लगाए. उन्होंने साल 2014 में नगर निगम चुनाव के दौरान टिकट वितरण पर सवाल उठाए. बाबूलाल ने कहा, ''अरुण यादव ने 2014 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहते नगरीय निकाय चुनाव में जिस तरह टिकटों का वितरण किया सब जानते हैं. मैं कांग्रेस पार्षद था और उन्होंने मेरा ही टिकट काट दिया. लेकिन मेरे क्षेत्र की जनता ने मुझे अपार स्नेह दिया और फिर में हिन्दू महासभा के टिकट से चुनाव जीता.''
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आपको बता दें कि बाबूलाल चौरसिया ने 2014 में टिकट कटने पर बगावती रुख अपनाते हुए हिंदू महासभा की सदस्यता ले ली थी. उन्होंने वार्ड नंबर 44 से हिंदू महासभा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी शम्मी शर्मा को हराया. साल 2019 में हिंदू महासभा ने ग्वालियर में 'नाथूराम गोडसे का 70वां बलिदान दिवस' मनाया था. बाबूलाल चौरसिया इस पूरे इवेंट में शामिल थे. साथ ही उन्होंने कसम खाई थी कि कोर्ट में दिए गए गोडसे के आखिरी बयान को वह एक लाख लोगों तक पहुंचाएंगे. वह गोडसे का मंदिर बनाने वाली टीम के भी साथ थे और खुद आरती दिखाई थी, जलाभिषेक किया था.
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बाबूलाल के कांग्रेस में एंट्री से खलबली मची हुई है. पीसीसी चीफ कमलनाथ के इस फैसले का पार्टी के कुछ बड़े नेता खुलकर विरोध कर रहे हैं. इनमें सबसे बड़ा नाम पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव का है. उन्होंने खुला पत्र लिखकर एलान कर दिया है कि चाहे उन्हें किसी भी तरीके की राजनीतिक क्षति पहुंचे, लेकिन गोडसे का महिमामंडन करने वालों को वह कभी कांग्रेस में स्वीकार नहीं करेंगे. अरुण यादव को मानक अग्रवाल का साथ मिला है. वहीं ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने 'घर का भेदी लंका ढाए' टिप्पणी कर अरुण यादव पर निशाना साधा है.
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