इटारसी की इस धर्मशाला में 1 दिन के लिए ठहरे थे बापू, फीडबैक रजिस्टर में लिखा था यह संदेश
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इटारसी की इस धर्मशाला में 1 दिन के लिए ठहरे थे बापू, फीडबैक रजिस्टर में लिखा था यह संदेश

देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 2 दिसंबर 1933 को ट्रेन से वर्धा से इटारसी रेलवे स्टेशन आए थे. इस दौरान महात्मा गांधी ने रेलवे स्टेशन के सामने बनी सेठ लखमीचंद गोठी धर्मशाला में एक रात रुके थे. 

इटारसी की इस धर्मशाला में 1 दिन के लिए ठहरे थे बापू, फीडबैक रजिस्टर में लिखा था यह संदेश

नई दिल्लीः आज 2 अक्टूबर है पूरे देश मे महात्मा गांधी को याद किया जा रहा है. वहीं होशंगाबाद से भी महात्मा गांधी की यादें जुड़ी हुई है. दरअसल, आजादी के पूर्व जब देश की राजधानी नागपुर हुआ करती थी. उस समय देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 2 दिसंबर 1933 को इटारसी दौरे पर आए थे. रेलवे स्टेशन के सामने बनी सेठ लखमीचंद गोठी धर्मशाला में वह एक रात रूके थे. आज देश बापू की 150वीं जयंती मना रहा है. वहीं इटारसी जिस गोठी धर्मशाला में महात्मा गांधी रुके थे उस कक्ष में बापू की स्मरण की प्रदर्शनी लगाई गई है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग इटारसी पहुंच रहे हैं. 

देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 2 दिसंबर 1933 को ट्रेन से वर्धा से इटारसी रेलवे स्टेशन आए थे. इस दौरान महात्मा गांधी ने रेलवे स्टेशन के सामने बनी सेठ लखमीचंद गोठी धर्मशाला में एक रात रुके थे. धर्मशाला में आज भी उनके द्वारा इटारसी रुकने के संस्मरण के बारे में महात्मा गांधी के द्वारा स्वयं लिखित पत्र को फोटो फ्रेम कर धर्मशाला परिसर में आज लगाया हुआ हैं. महात्मा गांधी को जब इस बात का पता चला कि इस धर्मशाला में हरिजन लोगों को भी आश्रय दिया जाता है तो इसकी प्रशंसा उन्होंने रजिस्टर में की थी.

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आज से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन, इस्तेमाल करने पर लगेगा 'बड़ा जुर्माना'

वहीं महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर उज्जैन में नगर निगम की ओर से एक रैली का आयोजन किया गया. साथ ही लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने की शपथ दिलायी गयी. नगर निगम की ओर से आयोजित रैली क्षीरसागर मैदान से शुरू होकर गोपाल मंदिर पर खत्म हुई. इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री पारस जैन के साथ ही बड़ी संख्या में आम लोग और अधिकारी शामिल हुए.

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