रतलाम: मटकीफोड़ आयोजन के दौरान 30 फीट से गिरा गोविंदा, इलाज के दौरान मौत
Advertisement

रतलाम: मटकीफोड़ आयोजन के दौरान 30 फीट से गिरा गोविंदा, इलाज के दौरान मौत

रतलाम के शिबगढ़ में मटकी फोड़ आयोजन में एक टोली मटकी फोड़ रही थी. इसी दौरान टोली का एक व्यक्ति 30 फ़ीट ऊपर से नीचे गिर गया.

रतलाम में भी अब इसी तरीके से खतरनाक मटकी फोड़ आयोजन होने लगे हैं. (फाइल फोटो)

चन्द्रशेखर सोलंकी/रतलाम: धार्मिक परम्पराओं को नए तरीके से जितना आकर्षक बनाया जा रहा है. ये परंपराएं उतनी खतरनाक होती जा रही हैं. जन्माष्टमी पर दही-हांडी आयोजन लगभग हर जगह होने लगे हैं. इस आयोजन को आकर्षक बनाने के लिये आयोजक मटकी को ज्यादा ऊंचाई पर लटकाते हैं. यह जानलेवा भी साबित होता है. 

दरअसल, रतलाम के शिबगढ़ में मटकी फोड़ आयोजन में एक टोली मटकी फोड़ रही थी. इसी दौरान टोली का एक व्यक्ति 30 फ़ीट ऊपर से नीचे गिर गया. घायल को इलाज के लिये पहले रावटी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल में इलाज के लिए रेफर किया गया. लेकिन शनिवार को इलाज के दौरान घायल व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. 

 

बताया जा रहा है कि मृतक 35 वर्षीय मांगीलाल शिबगढ़ का निवासी था और शुक्रवार देर रात मटकीफोड़ आयोजन में शिबगढ़ कई बस स्टैंड पर लटकाई गयी. मटकी फोड़ने के दौरान हादसे का शिकार हो गया. लोगों का कहना है कि यदि मटकी फोड़ आयोजन को ज्यादा रोचक करने के लिए मटकी को कम ऊंचाई पर लटकाया जाता तो शायद आज यह हादसा नही होता. 

रतलाम में भी अब इसी तरीके से खतरनाक मटकी फोड़ आयोजन होने लगे हैं. यहां शहर के बीच तंग चौराहों पर क्रेन की मदद से उस पर 40 से 45 फ़ीट की ऊंचाई मटकी को तेज चकाचोंध रोशनी के बीच लटकाया जाता है. यह आयोजन जिन तंग चौराहों पर होता है, वहां चारों ओर बिजली के तारों का जाल फैला होता है. ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है. 

Trending news