MP में बनी देश की पहली आत्मनिर्भर गौशाला, PM मोदी ने किया शुभारंभ, जानिए क्या है खास
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2456590

MP में बनी देश की पहली आत्मनिर्भर गौशाला, PM मोदी ने किया शुभारंभ, जानिए क्या है खास

Gwalior News: ग्वालियर में एक नई गौशाला का शुभारंभ पीएम मोदी ने वर्चुअली किया है. ग्वालियर में बनी यह गौशाला अपने-आप में बेहद खास है. 

ग्वालियर में बनी आत्मनिर्भर गौशाला

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में देश की पहली आत्मनिर्भर गौशाला का शुभारंभ हो गया है. इसका शुभारंभ पीएम मोदी ने वर्चुअली बुधवार को किया है, इस दौरान सीएम मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. ग्वालियर के लाल टिपारा में बनी इस गौशाला में देश का पहला बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया गया है. ग्वालियर में बनी इस गौशाला में कई तरह की सुविधाएं हैं जो इसे अलग बनाती है. 

ग्वालियर में 2 हेक्टेयर में बना है प्लांट

गौरतलब है कि गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने कि लिए इंडियन ऑयल कॉपरेशन की मदद से 2 हेक्टेयर में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया गया है. इंडियन ऑयल प्लांट के संचालन में भी मदद करेगा.इस प्लाटं से लगभग 2 टन सीएनजी और 20 टन सर्वोत्तम गुणवत्ता का बायो जैविक खाद मिलेगा. साथ ही प्लांट से कार्बन उत्सर्जन रोकने में भी मदद मिलेगी वहीं कार्बन उत्सर्जन रोकने में वैश्विक स्तर पर लाल टिपारा गौशाला ग्वालियर का नाम रोशन करेगी.

32 करोड़ की लागत

लाल टिपारा गौशाला में सीएनजी प्लांट 32 करोड़ रुपए की लागत से बना है. बायो सीएनजी प्लांट इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सामाजिक जिम्मेदारी निधि से बनाया गया है, वहीं प्लांट के विस्तार का संभावना के चलते करीब 1 हेक्टेयर जमीन को आरक्षित रखा गया है. प्लांट से नगर निगम को लगभग 7 करोड़ रुपए की आय होने की संभावना है.

ये भी पढ़ेंः पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने फिर दिया बड़ा बयान, कहा-बुरा लगा है तो लगना चाहिए 

क्यों खास है यह गौशाला

ग्वालियर की लाल टिपारा गौ-शाला आदर्श गौशाला में ग्वालियर नगर निगम और संत समुदाय के सहयोग से 10 हजार गायों की देखभाल की जा रही है. यहां हर रोज 100 टन गोबर निकलता है. इसलिए यहां देश के पहले बायो सीएनजी प्लांट को स्थापित किया गया है, जहां गोबर से बायो सीएनजी तैयार होगी. प्रदेश की यह पहली गौशाला है जहां इस तरह की अनूठी पहल की गई है. गैस बनने के बाद निकलने वाले वेस्ट से जैविक खाद बनाकर खेती में उपयोग के लिए बेचा जाएगा.

ग्रीन ऊर्जा में आगे बढ़ता मध्यप्रदेश

ग्रीन एनर्जी उत्पादन में तेजी से अपने पैर पसार रहा है. केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार गांवों में बायो गैस प्लांट की स्थापना के मामले में मध्यप्रदेश तीसरे नंबर पर है. प्रदेश में 104 बायोगैस संयंत्र अलग-अलग गांवों में है. जिसमें बैतूल 24 प्लांट के साथ नंबर वन पर है, वहीं बालाघाट 13 में और सिंगरौली में 12 प्लांट हैं.

ये भी पढ़ेंः MP में अतिथि शिक्षकों ने फिर खोला मोर्चा, भोपाल में शुरू हुआ प्रदर्शन, कांग्रेस का समर्थन

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड! 

Trending news