ऊर्जा मंत्री को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में करना पड़ा विरोध का सामना, ये थी वजह
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ऊर्जा मंत्री को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में करना पड़ा विरोध का सामना, ये थी वजह

लोगों का कहना है कि इस इलाके में गंदे पानी की समस्या की मूल वजह सीवर का सकरा होना है.

फाइल फोटो.

ग्वालियर/शैलेंद्र सिंह भदौरियाः ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में गंदे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए 5 करोड़ की लागत से नई पाइप लाइन का निर्माण किया गया है. रविवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर इस पाइप लाइन का उद्घाटन करने पहुंचे. हालांकि उन्हें अपने ही विधानसभा क्षेत्र में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने कुछ ऐसा किया कि लोग मान गए और मंत्री का विरोध बंद कर दिया. 

लोग क्यों हैं नाराज
लोगों का कहना है कि इस इलाके में गंदे पानी की समस्या की मूल वजह सीवर का सकरा होना है. लोगों का कहना है कि अगर सीवर लाइन में बड़े पाइप डलवा दिए जाएं तो गंदे पानी की समस्या से निजात पाई जा सकती है. लोगो ने कहा कि इस इलाके में पर्याप्त मात्रा में पानी आता है, इसलिए नई लाइन की कोई जरूरत नहीं है. इसी के चलते लोग ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे. 

मंत्री तोमर ने किया ये काम
लोगों के विरोध पर मंत्री तोमर ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया. हालांकि जब लोग नहीं माने तो मंत्री ने खुद नई पाइप लाइन का उद्घाटन नहीं किया और विरोध कर रहे लोगों से ही उद्घाटन कराया. साथ ही मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि आने वाले समय में सीवर लाइन के बड़े पाइप भी डलवा दिए जाएंगे. तब जाकर लोग माने. गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां आज भी लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. इसकी मुख्य वजह कहीं ना कहीं सीवर लाइन लीकेज होना है. हालांकि अधिकांश इलाकों में अमृत योजना के तहत नई सीवर पाइप लाइन डाल दी गई है, जिससे गंदे पानी की समस्या से लगभग निजात मिल गई है. 

ग्वालियर-चंबल में बन सकता है एयरपोर्ट
वहीं ग्वालियर में लगातार बढ़ रहे जल संकट को देखते हुए अब चंबल के बाद कूनो से पानी लाने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है. ऊर्जा मंत्री ने आने वाले 15 महीनों में इस काम को पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. ZEE MPCG के रिपोर्टर शैलेंद्र सिंह के साथ बातचीत में ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि ग्वालियर-चंबल इलाके में एयरपोर्ट की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम ने मुरैना, डबरा, भितरवार, साडा, मोहना और आरोन इलाके में सर्वे भी किया है. अधिकारियों को अभी आरोन और मोहन इलाके की जमीन एयरपोर्ट के लिए मुफीद लगी है. माना जा रहा है कि जल्द ही इलाके में सिविल एयरपोर्ट बनने का रास्ता साफ हो जाएगा. 

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