Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में इन दिनों कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है. अब तक कई कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, बीजेपी नेताओं का दावा है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है.
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Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी 'मिशन-400' का सपना साकार करने के लिए हर संभव प्रयास में लगी हुई है. पीएम मोदी के नेतृत्व में इस बार 400 पार जाने के लिए भाजपा ने रणनीति तो काफी पहले ही बना ली होगी. अब उसपर किए जा रहे एक्शन और उनका परिणाम दिखने लगा है. इसमें एमपी की 29 लोकसभा सीटों की भी बड़ी भूमिका है. लिहाजा एमपी बीजेपी में इसे लेकर खास स्ट्रेटजी दिखाई दे रही है. मध्य प्रदेश में एक ज्वाइनिंग कमेटी बनाई गई, जिसका काम है ये सुनिश्चित करना कि जल्द से जल्द कांग्रेस मुक्त मध्य प्रदेश कैसे बनेगा.
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला जारी है. मध्य प्रदेश बीजेपी का दावा है कि पिछले 80 दिनों में कांग्रेस के 17 हजार से ज्यादा नेताओं ने हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का साथ पकड़ा है. बीजेपी के दावे पर गौर किया जाए तो इस हिसाब से हर दिन मध्य प्रदेश में 200 लोगों ने कांग्रेस छोड़ी है, जिनमें कई बड़े नेता भी शामिल हैं. भाजपा का दावा है कि चुनाव तक 1 लाख तक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बीजेपी में शामिल करवाया जाएगा. अगर गिनीज बुक में ऐसा कोई प्रावधान होगा तो उसमें भी यह रिकॉर्ड दर्ज कराएंगे.
भाजपा का बड़ा दावा
भाजपा कहना है कि अब तक पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी समेत, कई पूर्व विधायक, 1 महापौर, निगम-अध्यक्ष, 205 पार्षद और कई जिला पंचायत सदस्य और जनपद सदस्य बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में सब यह जानने की कोशिश में जुटे हैं कि बीजेपी अचानक इतने बड़े पैमाने पर नेताओं को पार्टी में शामिल कैसे करा रही है तो आपको बता दें कि इसके पीछे ने पूरी रणनीति तैयार की थी, जिसमें 'न्यू जॉइनिंग टोली' प्रमुख भूमिका है, जो संगठन के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व से सीधे संपर्क में रहकर कांग्रेसी और अन्य दलों के नेताओं को बीजेपी में शामिल करवा रही है.
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क्या है BJP की न्यू जॉइनिंग टोली
लोकसभा चुनाव में 'मिशन-400' को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने न्यू जॉइनिंग टोली का गठन किया है, जिसका काम दूसरी पार्टियों के नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाने का हैं. बीजेपी नेताओं के नेतृत्व में न्यू जॉइनिंग टोली मध्य प्रदेश के हर जिले में सक्रिए हैं. जिसके पदाधिकारियों को दो प्रमुख काम सौंपे गए हैं, अगर दूसरी पार्टी का कोई नेता बीजेपी में आना चाहता तो उससे संपर्क करना हैं, इसके अलावा दूसरे दलों के नेताओं को बीजेपी में लाने के लिए भी सक्रिए रहना है.
वीडी शर्मा लगाते हैं मुहर
अगर किसी को बीजेपी में शामिल करवाना है तो मंडल स्तर की टोली पूरी जानकारी जुटाकर सबसे पहले जिला स्तर की टोली को जानकारी देती है. फिर जिला स्तर की टोली इस जानकारी को प्रदेशस्तरीय टोली तक पहुंचाता है. इसके बाद इस नेता की पूरी जानकारी जुटाकर उसे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम तक पहुंचाया जाता है. जहां से पूरा फीडबैक जुटाकर ही नेता को पार्टी में शामिल कराने को हरी झंडी मिलती है. अगर कोई प्रदेश स्तर का नेता होता हैं तो खुद पार्टी अध्यक्ष और सीएम उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाते हैं. इसके अलावा जिलास्तर पर भी आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सरकार के मंत्री नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाते हैं.
'मिशन-400' के लिए चार बड़े किरदार
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, जिसमें मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों की अहम भूमिका है. ऐसे में 'मिशन-400' के लिए मध्य प्रदेश में फिलहाल 2 बड़े किरदार नजर आ रहे हैं, जिनमें सीएम मोहन यादव और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की भूमिका सबसे अहम हैं. क्योंकि इन बड़े चेहरों के कंधों पर ही पार्टी का कुनबा बढ़ाने और आगे ले जाने की जिम्मेदारी फिलहाल मध्य प्रदेश में है.
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सूत्रधार वीडी शर्मा और सीएम मोहन
दरअसल, विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली थी, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का अहम योगदान रहा. वहीं सरकार की जिम्मेदारी बीजेपी आलाकमान ने डॉ. मोहन यादव को सौंपी हैं, जिनके जिम्मे अब लोकसभा चुनाव की भी जिम्मेदारी है. इसलिए यह अभियान चलाया जा रहा है. वीडी शर्मा का कहना है कि पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक लोग बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. क्योंकि कांग्रेस पर अब कोई भरोसा नहीं कर रहा है, एक तरफ कांग्रेस अपना अस्तित्व खो रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी में लोग विश्वास जता रहे हैं. इसलिए सबका बीजेपी में स्वागत हो रहा है. सीएम मोहन यादव भी अपनी हर सभा के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमलवार नजर आते हैं. यानि दोनों प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर पूरा जोर लगा रहे हैं.
नाथ के गढ़ में भी सेंध
छिंदवाड़ा में कमलनाथ पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जबकि खुद दीपक सक्सेना भी इस्तीफा दे चुके हैं, माना जा रहा है वह भी आने वाले दिनों में बीजेपी आ सकते हैं. भाजपा इसकी जिम्मेदारी एक सीनियर मंत्री को दी है, जिसकी गिनती बीजेपी के कुशल संगठनकर्ता वाले नेताओं में होती है. ये नेता पहले भी कई कांग्रेसियों को बीजेपी में ला चुके हैं.
'मिशन-400' के लिए 51% वोट
दरअसल, लोकसभा चुनाव में 'मिशन-400' का लक्ष्य पूरा करने के लिए बीजेपी ने मध्य प्रदेश के हर बूथ पर इस बार 51 प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य तय किया है. बीजेपी ने पूरे मध्य प्रदेश में 68 प्रतिशत वोट हासिल करने का टारगेट रखा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 58 प्रतिशत वोट मिले थे. ऐसे में बीजेपी इस बार 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने के लक्ष्य को लेकर चल रही है. जिसके लिए बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक हर नेता की जिम्मेदारी तय की गई है. ऐसे में इस लक्ष्य को हासिल करके बीजेपी लोकसभा चुनाव में मिशन-400 के टारगेट को पूरा करना चाहती है.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले 10 बड़े नेता
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