MP चुनाव: कांग्रेस ने उठाए ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल, आयोग ने दिया कुछ ऐसा जवाब
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MP चुनाव: कांग्रेस ने उठाए ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल, आयोग ने दिया कुछ ऐसा जवाब

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान के बाद सभी ईवीएम मशीनों को जिलों में बने स्ट्रांग रूमों में रखा गया है.

फाइल फोटो

भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 28 नवंबर को हुए मतदान के बाद स्ट्रांग रूमों में रखी गई ईवीएम मशीनों की सुरक्षा को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सवाल उठाये जाने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में बने स्ट्रांग रूमों में सभी ईवीएम मशीनें सुरक्षित हैं और इन्हें तीन स्तरीय सुरक्षा एवं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है. 

मतदान के बाद अधिकारियों के सामने सील हुई ईवीएम- राव
राव ने बताया, ''जिन ईवीएम मशीनों को 28 नवंबर को मतदान में उपयोग किया गया था, उन्हें मतदान के पश्चात से लेकर 29 नवंबर की सुबह तक प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर आबजर्वर, प्रत्याशियों एवं अन्य अधिकारियों के सामने सील किया गया था और मतगणना के दिन 11 दिसंबर को उन्हीं के सामने खोला जाएगा.''

सीसीटीवी और सुरक्षा बलों कर रहे हैं सुरक्षा
उन्होंने कहा, ''मतदान के बाद सभी ईवीएम मशीनों को जिलों में बने स्ट्रांग रूमों में रखा गया है. सभी ईवीएम सुरक्षित हैं और उन्हें डबल लॉक में रखा गया है. इन्हें सील एवं पूरी सुरक्षा में रखा गया है और इनके लिए तीन स्तरीय सुरक्षा होती है, जिसमें केंद्रीय सुरक्षा बल, स्टेट आर्म्स फोर्स एवं स्थानीय पुलिस शामिल हैं. इसके अलावा, वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं, ताकि पता चल सके वहां कौन-कौन आ रहे हैं.'' राव ने कहा कि इसके अलावा, सभी जिलों में जहां स्ट्रांग रूप बनाये गये हैं, वहां पर प्रत्याशियों के लिए टेंट लगाकर बैठने की व्यवस्था भी की गई है.

स्ट्रांग रूम में मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी जगह हैं, जहां पर स्ट्रांग रूम को नजर से देखने में दिक्कत आती है, वहां पर सीसीटीवी एवं एलईडी स्क्रीन से देखने की व्यवस्था की गई है और निश्चित समय पर प्रत्याशियों को लेकर भ्रमण भी करवाते हैं. राव ने बताया, ''सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत किसी को भी वहां मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है. कलेक्टर पर भी यह लागू होता है.'' सागर एवं खरगौन सहित कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीनों के देरी से पहुंचाने के मामले में उठे सवालों पर उन्होंने कहा, ''वे ईवीएम मशीनें रिजर्व वाली थी और उनका उपयोग मतदान में नहीं किया गया. हमने प्रत्याशियों को मतदान में उपयोग की जाने वाली ईवीएम का सीरियल नंबर पहले ही दे दिया था और इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है.'' उन्होंने कहा कि जिन मशीनों का मतदान में उपयोग नहीं किया गया, उन्हें अलग गोदाम में रखा गया है. वहां भी सुरक्षा बल तैनात हैं.

तीन कर्मचारी निलंबित और 10 को शोकॉज नोटिस जारी
एक सवाल के जवाब में राव ने बताया कि ईवीएम मशीनों के देरी से पहुंचने सहित विभिन्न शिकायतों पर तीन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है और 10 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. वहीं, दूसरी ओर मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मंगलवार को ईवीएम की सुरक्षा को लेकर निरंतर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से सामने आ रही गड़बड़ियों के मामले को लेकर दिल्ली में मुलाकात करेगा.

(इनपुट भाषा से)

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