MP:मौसम के बिगड़े मिजाज, कई जिलों में 2 डिग्री पहुंचा पारा, क्रिसमस के बाद पड़ेगी कड़ाके की ठंड
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh813051

MP:मौसम के बिगड़े मिजाज, कई जिलों में 2 डिग्री पहुंचा पारा, क्रिसमस के बाद पड़ेगी कड़ाके की ठंड

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से एक बार फिर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है.फिलहाल राज्य में पिछले दो दिन से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी है. 

 

सांकेतिक तस्वीर

भोपाल: मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिल गई है. राजधानी में भी तापमान में बढ़ोतरी हुई है.लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है 25 दिसंबर के बाद ठंड तेजी से बढ़ सकती है.  

ये भी पढ़ें-किसानों को नहीं मिल रही प्याज की सही कीमत, एक किसान का ढेर बिका एक रुपये प्रति किलो

पश्चिमी विक्षोभ का उत्तरी भारत यानी जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय होने के कारण मौसम में बदलाव हुआ है.जिसके चलते प्रदेश में हवाओं का रुख बदलने लगा है. राज्य के कई हिस्सों में तेज धूप निकल रही है. लेकिन पचमढ़ी के तापमान में बढ़ोतरी होने की बजाय यहां का पारा तेजी से लुढ़का है. पचमढ़ी में तापमान 3 डिग्री पहुंचा. ये पचमढ़ी में इस सीजन का सबसे ठंड़ा दिन माना गया. यहां का न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री रहा. 

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से एक बार फिर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है.फिलहाल राज्य में पिछले दो दिन से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी है. 

ये भी पढ़ें-जब चलती थीं उंगलियां, रुक जाता था इंदौर, अब मुफलिसी के अंधेरे से होगा नया 'प्रभात'

बता दें कि राजधानी भोपाल में पूरे 13 दिन बाद दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहा. मंगलवार को यहां का तापमान 27.1 डिग्री दर्ज किया गया था, जो सामान्य तापमान से 1 डिग्री ज्यादा है. 

वहीं बात अगर मण्डला जिले की करें तो वहां इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों पर हो रहा है. जहां शहरी छेत्रों में पारा 5 डिग्री के आसपास है तो वहीं  ग्रामीण क्षेत्रों जैसे कान्हा, किसली, मुक्की, खटिया आदि में पारा 2 डिग्री तक पहुंच गया है.

मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में यहां के तापमान में और अधिक गिरावट आ सकती है. ठंड से ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं शहरी क्षेत्रों में भी लोगों का बुरा हाल है. खासकर रिक्शा चालकों, फुटपाथ और नदी के घाटों पर सोने वाले लोगों के लिए ये ठंड खतरा बन गई है. लोगों का कहना है कि नगर प्रशासन द्वारा ठंड से बचाव के कोई प्रबंध नहीं किया जा रहा है. जबकि नगर पालिका प्रशासन का कहना है कि जरूरतमंदों के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं.

Watch LIVE TV-

Trending news