MP Swine Flu Cases update: प्रदेश में करोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच दमोह में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से हड़कंप मचा हुआ है. सूबे में हो रही लगातार मौतों के बीच जिला प्रशासन अब सुअरों को मारने में जुटा हुआ है. ताकि इसे फैलने से रोका जा सके.
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महेंद्र दुबे/दमोह: देश भर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच अब मध्यप्रदेश में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू (Swine Flu Cases in MP, Damoh) की बीमारी ने पैर पसार लिए हैं. सूबे के दमोह में लगातार जानवरों की मौत इस बीमारी से हो जा रही है. तो अब प्रशासन सुअरों की किलिंग करने में जुट गया है. इस बीच ग्रामीण इस अज्ञात बीमारी से चिंतित हैं.
दरअसल जिले के हटा ब्लॉक से सबसे पहले जानवरों के अचानक मरने की खबरे आई, तो मामले ने तूल पकड़ा. अभी हटा इलाके में जानवर मर ही रहे थे कि फिर जिले के बनवार इलाके में एक हफ्ते में सैकड़ों जानवर मरे हुए मिले. इनमें गाय-बैल के साथ सुअर भी शामिल है. दहशत के बीच लोगों ने पशुपालन विभाग को ख़बर दी तो विभाग सक्रिय हुआ और मामला अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का निकला. गांव वालों के मुताबिक बनवार अंचल में बीते पखवाड़े भर में हजार से ज्यादा सुअर मारे गए हैं.
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700 सुअरों को दफनाया
जिला प्रशासन के निर्देश के बाद बीमार सुअरों की सेम्पलिंग कराई गई और हटा और बनवार इलाके में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई. मतलब क्षेत्र में ये फ्लू फैल चुका है. जिसके बाद अब इलाके में बड़े पैमाने पर सुअरों को मारा जा रहा है और पशुपालन विभाग उन्हें जेसीबी की मदद से दफना रहा है. बीते दो दिनों में सात सौ आए ज्यादा सुअरों को मारकर दफनाने का काम किया गया है.
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद जिला कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य ने एडवाइजरी भी जारी की है. कलेक्टर एस कृष्ण चेतन्य के मुताबिक हटा और बनवार इलाकों में खास एहतियात बरती जा रही है और लगातार सुअरों को मारा जा रहा है. इतना ही नहीं यदि इस काम में कोई सुअर पालक आनाकानी करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
क्या है अफ्रीनक स्वाइन फ्लू
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की माने तो अफ्रीकी स्वाइन फीवर बहुत ज्यादा घातक और संक्रामक बीमारी है. जो फॉर्म में विकसित होने वाले और जंगली दोनों ही सुअरों को संक्रमित कर सकता है. इसके साथ ही इसकी जद में आने वाले अन्य जानवरों को भी संक्रमण जानलेवा हो सकता है.
बहरहाल रोजाना सुअरों को मारने का काम चल रहा है तो इन इलाकों के दस किलोमीटर के क्षेत्र को भी डेंजरस जोन मानकर कार्यवाही की जा रही है. इन हालातों में जहां एक तरफ लोग कोरोना की वापसी को लेकर डरे हुए हैं, तो ऐसे में अब अफ्रीकन स्वाइन फ्लू भी दहशत बड़ा रहा है.