गेम की लगी लत तो खुद के किडनैप की रची कहानी, परिजनों से ले लिए 50 हजार रुपये
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गेम की लगी लत तो खुद के किडनैप की रची कहानी, परिजनों से ले लिए 50 हजार रुपये

जिले के 19 वर्षीय आर्मी स्टूडेंट के अपहरण मामले में थाना माधवनगर पुलिस ने 48 घण्टे के अंदर बड़ा खुलासा किया है. सीएसपी विनोद कुमार मीणा ने खुलासा करते हुए बताया कि युवक नितेश ने अपने अपहरण की साजिश खुद रची थी. उसे गेम में 90 हजार रुपये ऑनलाइन पे करना था.

गेम की लगी लत तो खुद के किडनैप की रची कहानी, परिजनों से ले लिए 50 हजार रुपये

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जिले के 19 वर्षीय आर्मी स्टूडेंट के अपहरण मामले में थाना माधवनगर पुलिस ने 48 घण्टे के अंदर बड़ा खुलासा किया है. सीएसपी विनोद कुमार मीणा ने खुलासा करते हुए बताया कि युवक नितेश ने अपने अपहरण की साजिश खुद रची थी. उसे गेम में 90 हजार रुपये ऑनलाइन पे करना था. उसे पैसे के लिए कोई ओर रास्ता नहीं दिखा तो उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ये चाल चली.

दरअसल नितेश के परिजनों ने गुरूवार को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनके बच्चे का अपहरण हुआ है और एक व्हाट्सएप्प कॉल उनके पास आया है. जिसमें फिरौती की 50,000 रुपये की रकम मांगी गई है. अपहरणकर्ताओं ने कहा कि रुपये नहीं दिए तो बच्चें को जान से मार देंगे. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और गुमशुदगी में केस दर्ज कर तलाश में जुट गए.

सेना की तैयारी कर रहे युवक का अपहरण, परिजनों से मांगी 50,000 रुपए की फिरौती

नागदा रेलवे स्टेशन पर मिला युवक
पुलिस की जांच में अगले ही दिन युवक जिले के नागदा रेलवे स्टेशन के पास मिला और जब उससे बयान लिए गए तो उसने बताया कि वह ऑनलाइन गेम का शिकार हो गया था और उसी ने यह सब साजिश रची थी. उसे करीब 90,000 रुपये ऑनलाइन गेम पे करना थे. जब उसे कोई रास्ता नहीं दिखा तो उसने खुद के अपहरण की कहानी अपने दोस्त के साथ रची और पुलिस का गलत फायदा उठाया.

वीडियो भी भेजा था परिजनों को
बता दें कि नितेश शहर के शासकीय माधव कॉलेज में बीए फायनल ईयर का छात्र है. वह यहां रहकर आर्मी की तैयारी भी कर रहा है. नितेश दो दिन पहले जब काफी देर तक घर नहीं लौटा तो घर वाले घबरा गए. उसी दौरान नितेश के छोटे भाई विकास के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का मैसेज आया कि नितेश का अपहरण कर लिया है. उसके नंबर पर 50 हजार रुपए डालों नहीं तो उसे मार देंगे. वहीं परिजनों को नितेश का हाथ-पैर बांधे अर्धनग्न हालत वाला वीडियो भी भेजा था. जिससे घर वाले डर गए. परिवार ने तुरंत ही 50,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए लेकिन नितेश नहीं आया घर वाले थाना माधवनगर पुलिस के पास पहुंचे.

ऑनलाइन गेम ने बनाया आरोपी!
खुलासे के बाद नितेश ने बताया कि वह ऑनलाइन कलर प्रिडिक्शन की लत का शिकार हो गया था. जिसमें 10 रुपये लगाने पर 19 रुपये मिलते है. नितेश ने बताया वो ऑनलाइन गेम भी खेलता है. जिसमें उसको करीब 90,000 की रिकवरी करनी थी. नितेश ने बताया वह क्रिप्टो करेंसी भी यूज़ करता है. उसको फायदा मिलने लगा तो अधिक पैसों की लालसा के कारण उसने घर वालों से इस तरह पैसे निकलनवाने की कोशिश की. नितेश ने बताया वीडियो उसके ही दोस्त ने बनाया था.

गलती पर हुआ पछतावा!
आरोपी नितेश ने अपनी गलती स्वीकारते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और अन्य युवाओं के लिए संदेश दिया कि मेरी तरह कोई भी ऐसी गलती ना करें. पैसों की लालसा वह ऑनलाइन गेम की लत ने मुझे यह सब करने पर मजबूर किया. वहीं पुलिस ने भी कहा कि अपने बच्चों के साथ हर एक एक्टिविटी में शामिल रहे. उनका ख्याल रखें उन पर नजर रखें व एक दोस्त की तरह उनसे व्यवहार रखें जिससे वह हर एक बात आपसे साझा करने में हिचकिचाए नहीं.

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