वीडियो में टाकले ने ये भी आरोप लगाए कि सावरकर को ब्रिटिश सरकार से 60 रुपए प्रतिमाह की पेंशन मिलती थी, जो कि आज के समय में करीब एक-सवा लाख रुपए होती है. टाकले ने आरोप लगाया कि सावरकर ने 10 बार दया याचिका दाखिल की थी.
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आकाश द्विवेदी/भोपालः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. दरअसल दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वीडी सावरकर को लेकर विवादित बातें कही गई हैं. वहीं सावरकर को लेकर विवादित वीडियो शेयर करने पर बीजेपी ने दिग्विजय सिंह पर तीखा पलटवार किया है. विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि दो टके के लोग अपनी ब्रांडिंग करने के लिए सावरकर पर इल्जाम लगा रहे हैं.
सावरकर को लेकर कहीं गई ये बातें
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वरिष्ठ पत्रकार निरंजन टाकले दिखाई दे रहे हैं, जो किसी कार्यक्रम में मंच से बोल रहे हैं. इस विवादित वीडियो में टाकले ने आरोप लगाया कि सावरकर पर एक ब्रिटिश महिला से दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगा था. वीडियो में टाकले ने ये भी आरोप लगाए कि सावरकर को ब्रिटिश सरकार से 60 रुपए प्रतिमाह की पेंशन मिलती थी, जो कि आज के समय में करीब एक-सवा लाख रुपए होती है. टाकले ने आरोप लगाया कि सावरकर ने 10 बार दया याचिका दाखिल की थी.
बीजेपी का पलटवार
दिग्विजय सिंह के इस वीडियो को शेयर करने पर बीजेपी ने कड़ा रुख अपनाया है. शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग से जब इसे लेकर सवाल किया गया तो वह बिफर पड़े और बोले कि "इससे दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस क्रांतिकारी ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया, उन सावरकर जी के बारे में इस तरह की बात करना शर्मनाक है. दिग्विजय सिंह मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा करता हैं. सावरकर ने देश के लिए क्या किया, इसके लिए दिग्विजय सिंह जैसे छोटे लोगों के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है."
विश्वास सारंग ने कहा कि "सावरकर और उनके भाई ने काला पानी में रहकर देश की आजादी के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर किया, ऐसे दो टके के लोग उन पर इल्जाम लगा रहे हैं. दिग्विजय सिंह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. इस तरह की राजनीति करके वह 10 जनपथ पर अपने नंबर बढ़ा सकते हैं लेकिन देश की जनता सब समझ रही है इनकी बातों में नहीं आने वाली."