इकलौती लाइब्रेरी जहां हवा में लटकती हैं किताबें, पड़ताल में इसी तरह खुली सिस्टम की पोल
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2457340

इकलौती लाइब्रेरी जहां हवा में लटकती हैं किताबें, पड़ताल में इसी तरह खुली सिस्टम की पोल

Education News: आपने दुनियाभर की लाइब्रेरी को देखा होगा. इन लाइब्रेरियों में किताबें कीमती किताबें बहुत सहेजकर और अच्छे से रखा जाता है. लेकिन मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक ऐसी भी लाइब्रेरी है, जहां किताबें हवा में लटकी रहती हैं. देखिए पूरी रिपोर्ट...

इकलौती लाइब्रेरी जहां हवा में लटकती हैं किताबें, पड़ताल में इसी तरह खुली सिस्टम की पोल

Madhya Pradeh News: झाबुआ जिले की एक ऐसी प्राथमिक शाला जहां पर किताबों को लटकाकर के पढ़ाया जाता है. यह हम नहीं कह रहे है. यह झाबुआ के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) रालू सिंगाढ़ कह रहे हैं. डीपीसी यही नहीं रुके उनके अनुसार सर्व शिक्षा अभियान के तहत लाइब्रेरी के रूप में किताबों को लटका कर रखा जाता है. आप और हम समझ सकते हैं कि जिस देश में किताबों की पूजा होती है. उस देश में किताबों की यह दुर्दशा बेहद ही चिंता का विषय है. अब इन किताबों को देखकर लग रहा है कि यहां अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों का भविष्य भी इसी तरह आधार में लटका हुआ है.

पूरा मामला शासकीय प्राथमिक शाला कालापीपल क्रमांक 1 विकासखंड झाबुआ का है. जहां जर्जर भवन में 2 शिक्षकों और 2 कमरों में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है. जब जी मीडिया यहां पहुंचा तो 2 में से भी 1 शिक्षक नदारद मिले.

ये भी पढ़ें- नवरात्रि पर बागेश्वर बाबा का बड़ा बयान, ये संकल्प लेने पर ही सफल होगी पूजा

कपड़ों की तरह रस्सी पर लटकाई किताबें
शिक्षकों की कमी तो इस प्राथमिक शाला में है ही. वहीं कुछ कक्षा के विद्यार्थियों को किताबें तो मिली हैं, लेकिन इन किताबों को भी रस्सी से लटका दिया है.  इन किताबों को रस्सी से इस तरह लटकाया गया है. जैसे आप और हम लोग कपड़े सुखाने के लिए रस्सी का उपयोग करते हैं. 

ये भी पढ़ें- लाठीचार्च से भड़के पटवारी, बोले- जख्म भुलाया नहीं जाएगा, सरकार पहले ही खो चुकी मर्यादा

बारिश में गिरी हो गई थीं किताबें
शिक्षा का यह स्तर झाबुआ जिले में और भी दयनीय तब हो जाता है जब ऐसे जिम्मेदार शिक्षा अधिकारी जो किसी भी योजना का नाम लेकर उस योजना को तो बदनाम कर ही रहे हैं. साथ जिन अधिकारियों पर हजारों बच्चों की शिक्षा का जिम्मा है. वह अधिकारी जानकारी के अभाव में अपनी जिम्मेदारी किस तरह से पूरी कर रहे हैं. जी मीडिया ने यहां अध्ययन कर रही एक बालिका से पूछा तो उसने दबी जुबान बताया कि किताबें बारिश में गीली हो गई थीं, उन्हें सूखने के लिए इस तरह लटकाया गया है.

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news