ग्वालियर में उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता और पूर्व सांसद डॉ विजय सोनकर शास्त्री से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है. ग्वालियर झांसी रोड थाने में डॉ.सोनकर पर उनके दो भांजो सहित चार लोगों पर जमीनी धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है.
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Gwalior News: ग्वालियर में उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता और पूर्व सांसद डॉ विजय सोनकर शास्त्री से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है. ग्वालियर झांसी रोड थाने में डॉ.सोनकर पर उनके दो भांजो सहित चार लोगों पर जमीनी धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. मामले पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है.
ये है पूरा मामला
दरअसल साल 2013 में ग्वालियर हुरावली डीबी सिटी में रहने वाले संजय परमार प्रॉपर्टी का काम करते हैं. संजय की लभेडपुरा निवासी मुकेश घई से मुलाकात हुई. उन्होंने शिवपुरी लिंक रोड की प्राइम लोकेशन पर एक जमीन दिखाई और बताया कि ये जमीन तत्कालीन भाजपा सांसद डॉ विजय सोनकर शास्त्री के एक फाउंडेशन समिति की है. उन्होंने बताया कि इसकी पॉवर ऑफ एटोर्नी मेरे ही नाम पर है. इस बाबत वो इसकी डील कर सकते हैं. जमीन प्राइम लोकेशन पर होने के चलते इसकी अच्छी कीमत भी मिल रही थी. इसी के चलते कारोबारी ने मुनाफा देखते हुए जमीन के कुछ हिस्से को खरीदने की मंशा जताई.
इस तरह लगाई लाखों की चपत
साल 2013 में ही उसका एग्रीमेंट डॉ.विजय सोनकर शास्त्री और उनके भांजे जगदीश सोनकर और दिलीप सोनकर ने मुकेश घई के साथ किया और अलग-अलग खातों में तकरीबन 60 लाख रुपए ट्रांसफर भी कर दिए, लेकिन जब समय गुजरा तो उसने जमीन की रजिस्ट्री करने की बात कही. यहां से मामले में गड़बड़ नजर आई. आरोपी हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर उन्हें टालता रहा. ऐसे ही लंबा समय निकल गया. जब जमीन मिलने की संभावनाएं समाप्त होती नजर आ रही थी तो फरियादी ने अपने पैसे वापस मांगे और पैसे वापस करने के लिए कई बार कहा. इसके बाद भी कोई हल नहीं निकला और बदले में वही बहानेबाजी ही हाथ आती रही.
आरोपियों की तलाश जारी
एक दिन जब करोबारी ने अपने पैसे मांगे तो आरोपियों ने पैसे लौटाने से साफ इनकार कर दिया. तब जाकर कारोबारी ने कानून के पास जाने का मन बना लिया और वरिष्ठ अधिकारियों को अपना शिकायती आवेदन दिया. इसके आधार पर पुलिस ने पूर्व सांसद विजय सोनकर शास्त्री और उनके दोनो भांजे जगदीश, दिलीप सहित मुकेश के खिलाफ 420 की धाराओं में मामला दर्ज किया. फिलहाल उनकी तलाश शुरू कर दी गई है. मामले की पुष्टी ग्वालियर ASP ऋषिकेश मीणा ने भी की है.