Gwalior News: मध्य प्रदेश के 6 बीएड-डीएड कॉलेजों में गड़बड़ियां पाई गई हैं. बता दें कि 6 कॉलेजों के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
Trending Photos
Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की खबरों के बीच बीएड-डीएड कॉलेजों में भी फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. दरअसल ग्वालियर में फर्जी दस्तावेजों पर चल रहे 6 बीएड और डीएड कॉलेजों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एसटीएफ टीम ने जांच के बाद केस दर्ज किया है . बता दें कि साल 2020 में दीपक कुमार शाक्य नाम के शख्स ने फर्जी दस्तावेजों पर कॉलेज चलाए जाने की शिकायत की थी.
फर्जी दस्तावेजों के जरिए चलाए जा रहे थे कॉलेज
जांच में पता चला कि ये सभी कॉलेज फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चलाए जा रहे थे, जिसके बाद इन कॉलेजों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
इन कॉलेजों के नाम शामिल
1. अंजुमन कॉलेज ऑफ एजुकेशन सेवड़ा दतिया
2. प्राची कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन, मुंगावली, अशोक नगर
3. सिटी पब्लिक कॉलेज, अशोक नगर
4. मां सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय, वीरपुर, श्योपुर
5. प्रताप कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन बडौदा, श्योपुर
6. आइडियल कॉलेज, बरुआ ग्वालियर
यह भी पढ़ें: Nursing College Scam: एक्शन मोड में सरकार, फर्जी कॉलेजों का निरीक्षण करने वाले 111 अफसरों की होगी जांच
नर्सिंग कॉलेज घोटाला मामले में सरकार एक्शन में
उधर, नर्सिंग कॉलेज घोटाला (Nursing College Scam) मामले में मध्य प्रदेश सरकार एक्शन मोड में आ गई है. CBI की जांच में अनफिट पाए गए 66 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई. अब सरकार ने उन 111 अफसरों को शो-कॉज नोटिस जारी किया, जिन्होंने मान्यता देने से पहले इन नर्सिंग कॉलेजों का निरीक्षण किया था. नोटिस में नर्सिंग कॉलेजों की रिपोर्ट मानक स्तर की दिए जाने का कारण पूछा गया था. यह नोटिस चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया था. निरीक्षण करने वाले अफसरों में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के असिस्टेंट प्रोफेसर और सरकारी नर्सिंग कॉलेजों की टीचिंग फैकल्टी शामिल है. कुल 111 अफसरों ने कॉलेजों का निरीक्षण किया था. अफसरों की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर 66 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गईं थी.
रिपोर्ट- करतार सिंह राजपूत