इंदौर कलेक्ट्रेट में 1 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है. जिसमें चौंकाने वाली बात ये रही कि बाबू ने अपने खाते में 2020 से लेकर अब तक पैसे ट्रांसफर करता रहा. फिलहाल बाबू को संस्पेंड कर दिया गया है.
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इंदौर: एक तरफ मध्यप्रदेश में लगातार ही भ्रष्ट्राचार के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) का प्रहार जारी है, तो वहीं इस बीच इंदौर कलेक्ट्रेट में एक करोड़ (one crore scam) से ज्यादा का घोटाला सामने आया है. लेखा शाखा के अकाउंटेंट मिलाप चौधरी ने एक करोड़ की राशि अपनी पत्नी और प्राइवेट कंपनी के खाते में ट्रांसफर करा दी. इसकी जानकारी सामने आने के बाद अब आरोपी बाबू को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, मामले में आगे की कार्रवाई के लिए कलेक्टर ने आदेश दिए है.
दरअसल जानकारी के अनुसार लेखा विभाग के अधिकारी चार दिन पहले शाखा का निरीक्षण करने आए थे. इस दौरान जिला कार्यालय की लेखा शाखा में पदस्थ मिलाप चौहान ने मनीषा बाई और एक्सट्रीम सॉल्यूशन वेंडर के रूप में स्वयं का खाता दिखा दिया. कार्यालय से होने वाले भुगतान इन दोनों खातों में हो गया.
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जानकारी सामने आने के बाद कार्रवाई
कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि 3 वर्षों में धीरे-धीरे लेखापाल ने एक करोड रुपए अपनी पत्नी के खाते में डलवा दिया. भोपाल से जब डेटा शेयर हुआ तब हमें ये पूरा मामला समझ आया है. अभी तक जानकारी में 1 करोड़ रुपये की बात सामने आई है. पूरा डिटेल जांच करने के लिए एक कमेटी भी गठित कर दी गई है. पूरी जानकारी सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
अचानक हुआ खुलासा
इस मामले में फिलहाल बाबू को सस्पेंड कर दिया गया है. हैरानी की बात ये है कि कोरोना काल यानी वर्ष 2020 से लेखापाल द्वारा यह गड़बड़ी की जा रही थी, लेकिन इस दौरान किसी ने नहीं पकड़ी. लेकिन अब औचक निरीक्षण में पूरे मामले का खुलासा हुआ है.