'कलेक्टर को तमाचा मारने के बाद चमक जाती थी राजनीति', रीवा सांसद की फिर फिसली जुबान
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'कलेक्टर को तमाचा मारने के बाद चमक जाती थी राजनीति', रीवा सांसद की फिर फिसली जुबान

फिसलती जुबान को लेकर चर्चा में रहने वाले रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा की जुबान एक बार फिर फिसल गई है. इस बार उन्होंने छात्र जीवन में कलेक्टर को तमाचा मारकर राजनीति चमकाने की बात कही है.

'कलेक्टर को तमाचा मारने के बाद चमक जाती थी राजनीति', रीवा सांसद की फिर फिसली जुबान

रीवा: प्रदेश में इन दिनों नेताओं के आपत्तिजनक पोस्ट और बयान का सिलसिला चल पड़ा है. दिग्विजय सिंह की पोस्ट और सीएम शिवराज की सालों पहले शेयर की गई एक वीडियो का मामला तूल पकड़ा है. इस बीच फिसलती जुबान को लेकर चर्चा में रहने वाले रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा की जुबान एक बार फिर फिसल गई है. इस बार उन्होंने छात्र जीवन में कलेक्टर को तमाचा मारकर राजनीति चमकाने की बात कही है.

वायरल हो रहा वीडियो
जनादर्न मिश्रा ने कलेक्टर को थप्पड़ मारने की बात कहते हुए कहा कि कलेक्टर को थप्पड़ मार दो तो साल भर की नेतागिरी चल जाती थी, उसके बाद वह चर्चा का विषय बन गए हैं. जनादर्न मिश्रा यह कहते वीडियो अब जमकर वायरल हो रहा है.

क्या बोल गए मिश्रा
जनार्दन मिश्रा रीवा के कृष्णा कपूर ऑडिटोरियम में आयोजित स्वर्गीय भगवत शरण माथुर की 71वीं जयंती के अवसर पर संबोधित कर रहे थे. इस दौरान अपने छात्र जीवन के अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा - कलेक्टर को एक तमाचा मारने के बाद चमक जाती थी 2 साल की राजनीति, हम लोग हमेशा कलेक्टर को मारने का इंतजार करते थे. हम लोग का यही रहता था काम. बता दें इस दौरान मंच पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल मौजूद थे.

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पहले भी विवादों में रहे हैं ये बयान
- फरवरी 2022 में ही उन्होंने डस्टबीन तोड़ने वालों को फांसी पर चढ़ाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि डस्टबिन में आग लगा देना या आग लग जाना इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ और नहीं हो सकता, जो लोग इस तरह की सोच रखते हैं, उन्हें फांसी दे देनी चाहिए. डस्टबीन की तोड़फोड़ करते हैं ऐसे लोगों को न तो यहां रहने का अधिकार है और न ही जिंदा रहने का कोई अधिकार है.

- दिसंबर 2021 में जनार्दन मिश्रा ने सरपंचो के भ्रष्टाचार को जस्टीफाइ किया था. उन्होंने कहा था कि सरपंच 15 लाख से आगे भ्रष्टाचार  अगर वो कर रहा है तो यह भ्रष्टाचार है. इसके लिए उन्होंने तर्क दिया था कि 7 लाख तो उसने (सरपंच) पिछले चुनाव में खर्च किए. 7 लाख अगले चुनाव में लग जाएंगे. महंगाई बढ़ी तो एक लाख और जोड़ लो.

- जनार्दन मिश्रा पहले भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. कुछ वक्त पहले उन्होंने कहा था कि पीएम आवास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी में से निकलते हैं. उन्होंने आगे कहा था कि जब तक मोदी की दाढ़ी रहेगी, आवास मिलता रहेगा.

- साल 2019 में मिश्रा ने पुलिस वालों पर आपत्तिजनक बयान दिया था. इसमें कहा था कि अगर कांग्रेस या पुलिस का कोई व्यक्ति किसानों से वसूली करने आएगा तो उसका हाथ तोड़ देंगे. उसका गला दबाकर मौत के घाट उतार देंगे.

कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता नरेंद्र सालूजा ने जनार्दन मिश्रा का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा' भाजपा के रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा के अधिकारियों के प्रति ये विचार है. थप्पड़ मार दो तो साल भर की नेतागीरी चल जाती थी. अधिकारियों के लिए बीजेपी नेताओं की ये कैसी भाषा है.

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