ज्योतिरादित्य ने बदला सिंधिया घराने का इतिहास! अपने इस दांव से विरोधियों को किया चित्त
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1056547

ज्योतिरादित्य ने बदला सिंधिया घराने का इतिहास! अपने इस दांव से विरोधियों को किया चित्त

रविवार की शाम केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ ऐसा किया जो आज तक सिंधिया घराने में किसी ने नहीं किया था.

रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियरः ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार की शाम कुछ ऐसा किया जो आज तक सिंधिया घराने में किसी ने नहीं किया था. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस काम के चलते उनके विरोधी भी चारो खाने चित हो गए. दरअसल, सिंधिया ग्वालियर में स्थित झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल पर पहुंचे और वहां हाथ जोड़कर नमन करते हुए समाधि स्थल पुष्प भी अर्पित किए. सिंधिया ने बड़े ही सहज अंदाज में यह काम किया. 

सिंधिया घराने से पहले सदस्य जो रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचे
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर पहुंचने की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है, क्योंकि इससे पहले सिंधिया घराने का कोई महाराज अब तक रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर नहीं पहुंचा है. खास बात यह है कि सिंधिया जब से बीजेपी में शामिल हुए थे, तभी से इस बात चर्चा शुरू हो गई थी कि क्या वे रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाएंगे. सिंधिया के विरोधी इस मुद्दे पर उन्हें अक्सर घेरते भी रहते थे. लेकिन रविवार की शाम उन्होंने बड़े सहज अंदाज में यह काम किया. 

ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के साथ रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर पहुंचे. यह वह मौका था जिसने उनके आलोचकों के मुंह बंद कर दिए हैं. इसे लेकर अब प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है. वहीं मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने IIITM कॉलेज से लक्ष्मीबाई समाधि स्थल तक एलिवेटेड रोड का निरीक्षण किया. इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित कर जिला प्रशासनिक अधिकारियो व तकनीकी टीम के साथ एलिवेटेड रोड के प्रजेंटेशन का अवलोकन किया. 

सिंधिया परिवार पर लगते हैं गद्दारी के आरोप 
दरअसल, इतिहास की बात की जाए तो रानी लक्ष्मीबाई की मौत के बाद सिंधिया परिवार गद्दारी का आरोप झेल रहा है. सिंधिया के विरोधी हमेशा इस मुद्दे पर उन्हें टारगेट करते थे. जब सिंधिया कांग्रेस में थे तो बीजेपी के नेता खुलकर इस मुद्दे पर निशाना साधते थे, जबकि बीजेपी में आने के बाद कांग्रेस के नेताओं ने उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया. लेकिन सिंधिया सारी बंदिश और भ्रम तोड़ते रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचे और हाथ जोड़कर उनको नमन किया, इस दौरान कुछ देर तक सिंधिया यहां रुके भी और बाद में निकल गए. अपने इस कदम से उन्होंने अपने आलोचकों के मुंह बंद कर दिए. उनके इस कदम की चर्चा प्रदेश के सियासी गलियारों में शुरु हो गई है. 

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस के इस विधायक ने मंच पर छुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के पैर, सियासी अटकलें शुरु

WATCH LIVE TV

Trending news