ग्वालियर-चंबल में इस दिन जुटेंगे कांग्रेस के दिग्गज नेता, टारगेट पर रहेंगे सिंधिया
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ग्वालियर-चंबल में इस दिन जुटेंगे कांग्रेस के दिग्गज नेता, टारगेट पर रहेंगे सिंधिया

सात जून को ग्वालियर में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता जुटने वाले हैं. बताया जा रहा है कि इस बैठक में कुछ बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं. 

ग्वालियर-चंबल में इस दिन जुटेंगे कांग्रेस के दिग्गज नेता, टारगेट पर रहेंगे सिंधिया

शैलेंद्र सिंह भदौरिया/ग्वालियर। मध्य प्रदेश में आगामी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस इस समय एक्शन मोड में है और यही वजह है कि अबकी बार दोनों ही पार्टियां कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. कांग्रेस का ग्वालियर-चंबल अंचल में विशेष फोकस है, इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस पार्टी की कद्दावर नेताओं का दौर शुरू हो गया है, शादी समारोह के बहाने रोज कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज नेता अंचल में शिरकत कर रहे हैं और वह लगातार अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रणनीति तैयार कर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं की रणनीति का उद्देश्य केवल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया टारगेट करना है. 

ग्वालियर में जुटेंगे कांग्रेस के दिग्गज 
दरअसल, सात जून को ग्वालियर में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता जुटने वाले हैं. ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस की रणनीति तैयार होने का उद्देश्य यह है कि कांग्रेस के टारगेट पर सिर्फ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया है और कांग्रेस को उनसे ही बदला लेना हैं. यही वजह है कि इसके लिए कांग्रेस 7 मई को संभागीय बैठक करने जा रही है. मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस 7 मई से प्रदेश भर में संभाग स्तरीय बैठकें करने जा रही है. इसकी शुरुआत सबसे पहले ग्वालियर चंबल इलाके से होने जा रही है. इस बैठक में पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, अरुण यादव सहित पार्टी के अन्य कई नेता शामिल होंगे. 

चुनावी तैयारियों पर होगी चर्चा 
बताया जा रहा है कि कांग्रेस की इस बैठक में चुनावी तैयारियों पर चर्चा होगी. 7 मई से शुरू होने वाली संभागवार बैठकों की शुरूआत ग्वालियर-चंबल संभाग से की जा रही है. बैठक में कमलनाथ सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, विधायक, पूर्व विधायक और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में चुनाव तैयारियों को अंतिम रूप देने के साथ ही स्थानीय नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. पार्टी ने यह भी तय किया है कि इसके बाद बूथ, मंडलम और सेक्टर पदाधिकारियों के साथ जिलेवार बैठकें भी की जाएंगी. कमलनाथ ग्वालियर-चंबल अंचल में हर नेता को उसके हिसाब से जिम्मेदारी देना चाहते हैं. ताकि चुनाव तक पार्टी को मजबूत किया जा सके. 

2018 में कांग्रेस ने किया था अच्छा प्रदर्शन 
दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में 26 सीटें आई थीं और बीजेपी को सिर्फ 7 सीटें ही मिलीं थीं. एक सीट बहुजन समाज पार्टी को मिली थी, लेकिन बड़ा फैक्टर यह है कि उस वक्त अंचल का बड़ा चेहरा माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के साथ थे.  हालांकि बाद में पार्टी नेताओं से बिगड़े राजनीतिक समीकरणों के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ अपने समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया और कमलनाथ की सरकार गिर गई. सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद ग्वालियर-चंबल इलाके में कांग्रेस की पकड़ कमजोर हुई. पार्टी दिग्विजिय सिंह और गोविंद सिंह के चेहरे पर ग्वालियर चंबल में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर रही है.

आत्ममंथन होगाः कांग्रेस 
ग्वालियर चंबल में कांग्रेस की रणनीति और आत्ममंथन को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि आगामी सात मई को ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक बड़ी बैठक होने वाली है जिसमें प्रदेश स्तर के सभी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे और इस बैठक में आत्म मंथन किया जाएगा. इसके साथ ही आगामी चुनाव के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. जबकि कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जाएगा. उसी के आधार पर आगे की रणनीति बनेगी. 

बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं कांग्रेस की बैठक पर बीजेपी ने पलटवार किया, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस पार्टी की यह रणनीति नहीं बल्कि अपने अपने बेटों और गुटो को स्थापित करने की रणनीति बना रही है. क्योंकि कांग्रेस में दिग्विजय सिंह कमलनाथ अपने बेटों को स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं और यही वजह है कि इन गुटो की वजह से कांग्रेस अबकी बार फिर पूरे प्रदेश से समाप्त हो जाएगी. 

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