MP News: कटनी के आदिवासी बहुल गांव में बनी रिसॉर्ट जैसी आंगनवाड़ी, जानें 18 लाख में बने इस केंद्र की खासियत
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2295455

MP News: कटनी के आदिवासी बहुल गांव में बनी रिसॉर्ट जैसी आंगनवाड़ी, जानें 18 लाख में बने इस केंद्र की खासियत

Katni News: कटनी जिले के पिछड़े बैगा बहुल गांव कारोपानी को जनमन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है. 18 लाख रुपए के बजट से रिसॉर्ट की तरह बनी नई इको-फ्रेंडली आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं हैं.

Katni Karopani Anganwadi

Katni Karopani Anganwadi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर के आदिवासियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जनमन योजना चलाई जा रही है. इस योजना का सीधा लाभ मध्य प्रदेश के कटनी जिले से 75 किलोमीटर दूर स्थित ढीमरखेड़ा तहसील के घने जंगलों के बीच स्थित बैगा समुदाय की विशेष जनजाति ग्राम कारोपानी को मिला है. कटनी जिले के बैगा बाहुल्य गांव कारोपानी में एक अनोखा आंगनवाड़ी केंद्र बनाया गया है. यह केंद्र रिसॉर्ट जैसा दिखता है और इसमें बच्चों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं. 18 लाख रुपये की लागत से बने इस केंद्र में बड़ा हॉल, ऑफिस, किचन, गेस्टरूम, एक्टिविटी रूम और खेलने के लिए झूले हैं.

MP News: मध्यप्रदेश में इस वन मंडल को मिलेगा सम्मान, जंगल को धधकने से 99% बचाकर पेश की मिसाल 

कलेक्टर की पहल

बता दें कि इस गांव के उत्थान के लिए कलेक्टर अवि प्रसाद ने जनमन योजना के तहत कई विकास कार्य शुरू कराए हैं. जैसे कच्ची झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के लिए पक्की इमारतों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए भव्य एवं व्यवस्थित आंगनवाड़ी भवन का निर्माण कराया गया है, जिससे आदिवासी समाज के बच्चों की पढ़ाई अच्छी तरह से हो सके.

पिछड़े गांवों में से एक
दरअसल, कटनी जिले के अंतिम छोर पर स्थित विशेष बैगा बाहुल्य गांव कारोपानी उन 11 गांवों में से है जो प्रकृति की गोद में बसे होने के कारण विकास के नाम पर काफी पिछड़े हुए थे. वहीं, कलेक्टर अवि प्रसाद का कहना है कि कारोपानी बैगा आदिवासी बाहुल्य गांव है, जिसे हाल ही में वन ग्राम का दर्जा वापस लेकर राजस्व का हिस्सा बना दिया गया है. यहां आंगनवाड़ी को गोद लेकर जनमन योजना के तहत 6 हजार वर्गफीट का क्षेत्र अधिकृत किया गया है. साथ ही बच्चों के खेलने के लिए झूले लगाए गए हैं.

आंगनवाड़ी को आकर्षक बनाने के लिए 18 लाख रुपये की लागत से 1140 वर्गफीट का भवन बनाया गया है, जिसकी बाहरी दीवारों के लिए स्थानीय पत्थरों का उपयोग किया गया है और खिड़कियों और बालकनियों के लिए लकड़ी और बांस का उपयोग किया गया है, और पूरे भवन को इको-फ्रेंडली बनाया गया है. बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह ने भवन देखकर खुशी जाहिर की और कहा कि ऐसा आंगनवाड़ी केंद्र पूरे देश में कहीं नहीं है. इसे किसी रिसॉर्ट या बंगले की तरह बनाया गया है. जहां बड़ा हॉल, ऑफिस, किचन, गेस्टरूम अटैच बाथरूम, एक्टिविटी रूम इत्यादि शामिल हैं.

Trending news