भोपाल: लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya sindi) को हराने वाले गुना से बीजेपी सांसद केपी यादव (KP Yadav) ने बिना नाम लिए सिंधिया घराने (Scindia Royal family) पर दिए अपने बयान पर अब सफाई दी है. उन्होंने कहा कि 'उस समय मैं महिला शक्ति का कार्यक्रम में था. वहां मातृशक्ति के बारे में बोल रहा था तो उस समय ये बात निकल आई. ऐसी कोई भावना नहीं थी मेरा कोई ऐसा इरादा नहीं था. मेरे उद्बोधन में से कुछ हिस्सा निकाल लिया और मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला. सिंधिया जी से मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं.


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मैंने किसी का नाम नहीं लिया 
केपी यादव ने कहा कि ना मैंने किसी का नाम लिया है ना ही किसी को आहत करने का उद्देश्य था. जहां तक सिंधिया जी की बात हैं तो मेरा उनसे बहुत अच्छा संबंध है. मैं उनका सम्मान करता हूं, वो वरिष्ठ नेता हैं. मैंने साधारण शब्दों में अपनी बात रखी थी. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया. पता नहीं कहां से ऐसी बात आ गई. 


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बीजेपी ने किया तलब 
केपी यादव को रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने उनके बयान पर नाराजगी जताते हुए उनको तलब किया था और इस पर जवाब मांगा था. जिसके बाद अब केपी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. बताया ये भी जा रहा है कि संगठन ने यादव को कड़ी फटकार लगाई है.


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क्या कहा था केपी यादव ने?
गुना में क्रीड़ा भारती खेल और खिलाड़ियों को समर्पित संस्थान के कार्यक्रम में सांसद केपी यादव ने कहा था कि रानी लक्ष्मी बाई झांसी की ही थीं और हम उनके शौर्य के बारे में सभी जानते है. हम यह भी जानते हैं कुछ लोगों ने गद्दारी नहीं की होती तो आज भारत 75वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ नहीं बल्कि 175वीं भी स्वतंत्रता की वर्षगांठ मना रहा होता.