MP में धरती के 162 ''भगवान'' लापता, किसी का 28 तो किसी का 38 सालों से पता नहीं
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MP में धरती के 162 ''भगवान'' लापता, किसी का 28 तो किसी का 38 सालों से पता नहीं

आपको जानकर हैरानी होगी यह सरकारी डॉक्टर एक दो साल नहीं बल्कि कई सालों से गायब है, गायब डॉक्टरों में कोई 28 तो कोई 38 साल से तक लापता है. 

 

MP में  धरती के 162 ''भगवान'' लापता, किसी का 28 तो किसी का 38 सालों से पता नहीं

भोपाल। इंसान को इलाज के लिए सबसे ज्यादा डॉक्टरों की जरुरत होती है, कोरोनाकाल में डॉक्टरों की अहमियत का एहसास हर व्यक्ति हो गया. लेकिन मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो रहा है. क्योंकि प्रदेश से 162 सरकारी डॉक्टर गायब हो गए. वैसे भी प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों की कमी है ऊपर से इस तरह डॉक्टरों का गायब होना चर्चा में आ गया है. 

सालों से गायब हैं कई डॉक्टर 
आपको जानकर हैरानी होगी यह सरकारी डॉक्टर एक दो साल नहीं बल्कि कई सालों से गायब है, गायब डॉक्टरों में कोई 28 तो कोई 38 साल से तक लापता है. इन डॉक्टरों में मेडिकल ऑफिसर हैं, जबकि कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर भी शामिल हैं. अब प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग इन डॉक्टरों को ढूढंने में जुटा है. 

अब तक किसी को नौकरी से नहीं निकाला 
खास बात यह 162 डॉक्टर लगातार पिछले कई सालों से गायब है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है. न ही किसी डॉक्टर को अब तक नौकरी पर से निकाला गया है. हालांकि अब स्वास्थ्य विभाग सख्त कदम उठाने जा रहा है. 

7 दिन का अल्टीमेटम
स्वास्थ्य विभाग ने गायब डॉक्टरों को 7 दिन का आखिरी अल्टीमेटम दिया है. अगर इन दिनों के अंदर डॉक्टर उपस्थित नहीं होते तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. हेल्थ आयुक्त सुदामा खाड़े ने सभी 162 डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दिया है. 

MP में 10 हजार की आबादी पर 4 डॉक्टर 
मध्य प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों की कमी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में 10 हजार लोगों पर केवल 4 सरकारी डॉक्टर है. जबकि 1 हजार की आबादी पर एक डॉक्टर होना चाहिए. इस तरह से देखा जाए तो सरकारी डॉक्टरों की कमी विभाग में लगभग 5 हजार के आसपास है. ऐसे में विभाग ने गायब डॉक्टरों को ढूंढ कर कमी को पूरा करने में जुटा हुआ है. ऐसे में सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि इससे पहले गायब डॉक्टरों को ढूढंने का ऐसा सख्त कदम स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहले क्यों नहीं उठाया गया. 

कांग्रेस ने साधा निशाना 
वहीं डॉक्टरों के गायब होने पर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता स्वदेश शर्मा का आरोप ये वो डॉक्टर जो सरकार के संरक्षण में अपने निजी नर्सिंग होम चला रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में चिकित्सकों का इतना आभाव है और डॉक्टर को थोक में छुट्टी पर भेजा जा रहा है. प्रदेश में डॉक्टरों को लेकर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. 

बीजेपी का पलटवार 
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया बीजेपी प्रवक्ता दुर्गेश केशवानी ने कहा कि डॉक्टर धरती का भगवान है कोरोनाकाल में 24 घण्टे काम किया है. जो डॉक्टर गायब हैं उन्हें नोटिस जारी किया गया है, कांग्रेस की सरकार के दौरान कांग्रेस के नेता डॉक्टरों से बदतमीजी करते थे. जो डॉक्टर गायब हैं उनकी जांच की जा रही है नोटिस भी दिया गया है. प्रदेश में और भी डॉक्टरों की भर्ती होगी स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. 

नेता कुछ भी कहे लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सालों से 162 डॉक्टर गायब है कि लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इन डॉक्टरों की लापरवाही की सुध इतनी देर से क्यों ली. फिलहाल पूरे मामले की जांच की बात कही जा रही है. 

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