Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर मण्डला के घाटों पर जमा होंगे लाखों श्रद्धालु, प्रशासन ने नहीं की कोई तैयारी
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1526975

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर मण्डला के घाटों पर जमा होंगे लाखों श्रद्धालु, प्रशासन ने नहीं की कोई तैयारी

Makar Sankranti 2023 Date: आगामी 14 और 15 तारीख को देश में मकर संक्रांति (Makar Sankranti in MP) का त्योहार मनाया जाएगा. इस मौके पर देशभर में श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. लेकिन मध्यप्रदेश के मंडला जिले (Mandla District) में नर्मदा नदी (Narmada River) के घाटों की व्यवस्था बदहाल है. ऐसे में स्थानीय लोग मकर संक्राति पर उमड़ने वाले भक्तों को लेकर काफी चिंतित हैं.  

 

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति पर मण्डला के घाटों पर जमा होंगे लाखों श्रद्धालु, प्रशासन ने नहीं की कोई तैयारी

Makar sankranti Mela In Mandla: मप्र के मंडला में मकर संक्राति पर्व (Makar Sankranti 2023) को लेकर 14 और 15 जनवरी को नर्मदा स्नान और दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे भक्तों का बड़ा जमावड़ा महाराजपुर संगम (Sangam ghat mahrajpur)में होगा. यंहा न केवल पड़ोसी जिलों, सिवनी, बालाघाट और छिंदवाड़ा से लोग पहुंचेंगे बल्कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) और छत्तीसगढ़ से भी हजारों लोग पहुंचेंगे. इस तरह देखें तो नगर के नर्मदा तट पर बने घाटों, खासतौर पर संगम में लाखों लोगों की भीड़ होगी. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां की भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन (Mandla Administration)की तरफ से कोई भी इंतजाम नहीं किया गया है.

अनहोनी को दावत दे रहें है घाट
स्थानीय लोगों का कहना है कि घाटों पर जमी सिल्ट, गहरी नर्मदा और बंजर नदी पर इंतजाम न के बराबर है जो की बहुत बड़ी लापरवाही है और अनहोनी को आमंत्रण दे रही है. इसके अलावा लोगों का कहना है कि मकर संक्रांति त्योहार को लेकर स्थानीय प्रशासन उदासीन है. 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व मनाया जाना है लेकिन व्यवस्थाएं न के बराबर है. ऐसे में लाखों लोगों के जुटने से अनहोनी भी हो सकती है.

पहले हो चुकी है घटनाएं
जिले वासियों का कहना है कि पहले भी इन घाटों पर लाखों की संख्या में भक्त आ चुके हैं. यहां पर सुरक्षा के इंतजाम की कमी होने की वजह से कई दुर्घटनांए भी हुई थी. नदी में डूबने की वजह से भक्तों की जान भी गई है. ऐसे में लचर सुरक्षा व्यवस्था फिर से किसी के लिए जान का खतरा बन सकती है. इसके अलावा लोगों को कहना है कि बीते दिनों नें डीएम ने यहां का दौरा किया था उसके बाद व्यवस्था सही करने का भरोसा दिया था. पर लोगों का कहना है कि पालिका प्रशासन उनके भरोसे पर खरा नहीं उतर रहा और उसकी तरफ से  कोई इंतजाम नहीं किया गया है.

Trending news