भिंड में अपनी पत्नी को सरपंच बनाने के लिए एक शख्स हथियारों की मदद ले रहा था. पुलिस ने मुकबिर की सूचना पर उनके सारे प्लान फेल कर दिए.
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प्रदीप शर्मा/भिंड: पंचायत चुनाव हो और चम्बल में हथियार न दिखे ऐसा कभी हुआ नहीं. फ़र्क़ इतना है की इस बार अवैध हथियारों पर पुलिस तीखी निगाह रखे हुए है. इसी कड़ी में भिंड के अटेर क्षेत्र के ग्राम जमसारा के सरपंच पद के प्रत्याशी पति और उसके साथियों को पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ धर दबोचा है. ये हथियार चुनाव प्रभावित करने के लिए इकट्ठा किए गए थे. पुलिस ने मामले में चार लोगों की गिरफ़्तारी की है.
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बता दें कि भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक़ अटेर थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र के प्रतापपुरा के खंडहर पड़े रेस्ट हाउस में कुछ आपराधिक तत्व अवैध हथियारों के साथ डकैती की योजना बना रहे हैं. जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है. पुलिस की माने तो भूपेंद्र उर्फ मुन्ना नरवरिया अपनी पत्नी कविता को चुनाव वाले दिन हथियारों से दहशत फैलाकर सरपंच चुनाव जिताना चाहता था.
पुरानी बिल्डिंग में छिपे थे आरोपी, घेराबंदी कर पकड़ा
जानकारी के आधार पर थाना अटेर, सुरपुरा और पावई थाना पुलिस ने संयुक्त रूप में बताए गए स्थान पर पहुंची. इसी बीच मुखबिर ने दोबारा सूचना दी कि संदिग्ध आरोपी एक चार पहिया लग्ज़री वाहन में बैठकर निकल गए हैं, और तोर का पुरा रोड पर पुरानी बिल्डिंग की बाउंड्री के अंदर गाड़ी में छिपे हैं. जानकारी मिलने पर पुलिस आगे बढ़ी और घेरा बंदी कर जब आरोपियों के पास पहुंची तो उन्होंने भागने का प्रयास किया. हालांकि सक्रियता के चलते पुलिस ने 4 आरोपियों को धर दबोचा.
पुलिस ने आरोपियों से अवैध हथियार किए बरामद
पुलिस को तलाशी के दौरान आरोपियों के पास एक बन्दूक 306 बोर, तीन जिन्दा राउण्ड 306 बोर मैगजीन, एक अधिया 315 बोर, एक 315 बोर का कट्टा, एक बंदूक 315 बोर की हॉफ वट, 7 जिन्दा राउण्ड 315 बोर बरामद किये हैं.
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चुनाव लड़ रहा गिरफ़्तार आरोपी, दहशत बनाने इकट्ठा किए थे अवैध हथियार
पुलिस पूछताछ में पता चला कि गिरफ़्तार आरोपियों में भूपेन्द्र नरवरिया की पत्नी कविता जमसारा पंचायत से सरपंच के पद पर चुनाव लड़ रही है. उसके साथ ही तीन अन्य आरोपी दलवीर सिंह नरवरिया, ब्रिजेन्द्र सिंह नरवरिया और भूपेन्द्र का ही भाई अरविंद सिंह नरवरिया हैं, जबकि एक आरोपी अजय बोहरे मौक़ा पाकर फ़रार हो गया था. आरोपियों ने बताया की उन्होंने इन हथियारों को चुनाव से पहले अपनी दहशत बनाने के उद्देश्य से इकट्ठा किए थे. चुनाव के दिन भी इन हथियारों का इस्तेमाल करने की प्लानिंग थी. इस मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं सहित आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है.