MP Chunav 2023: इस सीट पर आमने-सामने होंगे 2 दिग्गज, दांव पर लगी पूर्व CM के पुत्र की साख
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MP Chunav 2023: इस सीट पर आमने-सामने होंगे 2 दिग्गज, दांव पर लगी पूर्व CM के पुत्र की साख

MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 136 और कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों की बात करें  VIP सीट मानें जाने वाली चुरहट विधानसभा पर भी दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है. यहां भाजपा के मौजूदा विधायक शारदेन्दु तिवारी के सामने कांग्रेस के अजय सिंह हैं.

MP Chunav 2023: इस सीट पर आमने-सामने होंगे 2 दिग्गज, दांव पर लगी पूर्व CM के पुत्र की साख

MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 136 और कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण सीटों की बात करें  VIP सीट मानें जाने वाली चुरहट विधानसभा पर भी दोनों दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है. यहां भाजपा के मौजूदा विधायक शारदेन्दु तिवारी के सामने कांग्रेस के अजय सिंह हैं.

कांग्रेस ने अपनी पहली ही लिस्ट में अजय सिंह को टिकट दिया है. अजय सिंह इस विधानसभा सीट से 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन 2018 में उन्हें भाजपा के शारदेंदु तिवारी से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, 2003 में जब जिले में कांग्रेस केवल दो विधानसभा सीटें थीं, अजय अर्जुन सिंह ने जीत हासिल की. इसके बाद 2008 के चुनाव में भी, अजय सिंह ने चुरहट सीट बरकरार रखी. इसके बाद उनकी जीत का सिलसिला 2013 में भी जारी रहा, जब उन्होंने भाजपा के शरदेंदु तिवारी को हराकर चुरहट से अपनी लगातार चौथी जीत हासिल की. 

कौन है शारदेंदु तिवारी
दूसरी ओर भाजपा ने मौजूदा विधायक शारदेंदु तिवारी को फिर से मैदान में उतारा है. शारदेंदु तिवारी के पिता पीपी तिवारी मध्य प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त और न्यायधीश रह चुके हैं. शारदेंदु तिवारी के दादा चंद्रप्रताप तिवारी ने एक समय मध्य प्रदेश के पूर्प मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को विधानसभा में शिकस्त दी थी. यह वजह है कि शारदेंदु तिवारी को 2018 में अजय सिंह के खिलाफ उतारा गया था. 

जातिगत समीकरण
इस सीट में मतदाता ब्राह्मण, क्षत्रिय और पिछड़े वर्ग में बंटे हुए है. खास बात ये है कि इस सीट पर पिछड़ा वर्ग में लगभग 70 हजार वोट हैं, जिसमें पटेल जाति के लोग भी शामिल हैं. जो पार्टी इन वोटों का बहुमत हासिल करने में कामयाब होती है उसे अक्सर यहां बाजी मारती है. 

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