Historical City of India: भारत का हृदय मध्य प्रदेश, जहां भारत के इतिहास से जुड़े कई खजाने छिपे हुए है. उन्हीं छिपे खजाने में से एक अद्भुत शहर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश का कंन-कंन में भारत के इतिहास की झलक देखने को मिलती है. खजुराहो, सांची स्तूप, भीमबेटका जैसे कई ऐतिहासिक स्थल मध्य प्रदेश है, जो विश्व भर के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. प्रदेश में और भी कई छिपे खजाने है जिन के बारे में बेहद कम लोग जानते हैं. ऐसा ही एक शहर चंदेरी है.
मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले में चंदेरी शहर है, जहां भारत के कई इतिहास खजाने छिपे हुए है. यहां बुन्देलों और मालवा के राजाओं की कई इमारतें हैं. चंदेरी शहर का जिक्र आपको महाभारत में भी मिलेगा. इस शहर पर गुप्त, गुलाम, तुगलक, खिलजी, राजपूत, गौरी और सिंधिया वंश का शासन रहा है.
चंदेरी शहर का आकर्षण केंद्र बुंदेला राजपूतों के द्वारा बनाया गया चंदेरी किला है. किले के मुख्य द्वार को खूनी दरवाजे के नाम से जाना जाता है.
परमेश्वर ताल को बुंदेला राजपूत के राजाओं ने बनवाया था. यह बेहद है खूबसूरत है, ताल के पास एक मंदिर बना हुआ है.
इस महल को सुल्तान महमूद खिलजी ने 1445 में बनवाया था. ऐसा कहा जाता है कि सुल्तान इस महल को सात खंड का बनवाना चाहता था, लेकिन मात्र दो खंड का ही बनवा सका.
देवगढ़ का यह किला चंदेरी से लगभग 25 KM की दूरी पर स्थित है. इस किले के पास 5वां शताब्दी का विष्णु मंदिर है. किले में आपको कई जैन मंदिर दिखेंगे साथ ही कई पुरानी मूर्तियां भी है.
चंदेरी शहर में भी एक जामा मस्जिद है, जहां बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं.
चंदेरी शहर से 45 Km की दूरी पर स्थित है ईसागढ़. यहां कई खूबसूरत मंदिर हैं जो 10वीं शताब्दी की शैली में बनाए गए है.
अगर आप एरोप्लेन से चंदेरी आना चाहते हैं तो, ग्वालियर हवाई अड्डा आपके लिए सबसे बेहतर रहेगा. ग्वालियर हवाई अड्डा करीब 227 KM दूर पड़ेगा. चंदेरी के नजदीकी रेलवे स्टेशन अशोक नगर, ललितपुर पड़ेगा. रेलवे स्टेशन से हर दिन चंदेरी के लिए बसें चलती है.
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