Vidisha News: मध्य प्रदेश के विदिशा से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित छोटी पचमढ़ी के नाम से मशहूर जगह पर इन दिनों पर्यटकों का तांता लगा हुआ है. चारों तरफ हरियाली से भरी पहाड़ियां और उनके बीच बहते झरने लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. प्रशासन ने बरसात के मौसम में यहां आने पर रोक लगा दी है, लेकिन लोग जान जोखिम में डालकर पिकनिक मना रहे हैं.
बरसात के मौसम में हलाली डैम में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है. मिनी पचमढ़ी के नाम से मशहूर इस जगह की हरियाली और झरने लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
बता दें कि हलाली डैम का यह क्षेत्र छोटी पचमढ़ी के नाम से प्रसिद्ध है. यहां करीब 60 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है. जो लोगों को काफी आकर्षित करता है.
बारिश के मौसम में विदिशा, रायसेन और भोपाल सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों पर्यटक इस मनमोहक दृश्य को देखने आते हैं.
यहां हरियाली से घिरा तालाब और पहाड़ों से बहते झरने हैं, जिनका नीला पानी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यही कारण है कि इस जगह का नाम छोटी पचमढ़ी पड़ा.
गौरतलब है कि प्रशासन ने इस बरसात के मौसम में यहां आने पर प्रतिबंध लगा रखा है. बावजूद इसके सैकड़ों पर्यटक अपने परिवार के साथ यहां नहाने और पिकनिक मनाने आ रहे हैं.
पहले भी इस तालाब में नहाते समय कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके कारण कई लोगों की जान चली गई है, लेकिन इस मनोरम दृश्य को देखने के बाद कोई भी खुद को यहां आने से रोक नहीं पाता.
पर्यटक यहां अपनी जान जोखिम में डालकर झरने का आनंद ले रहे हैं. करीब 60 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है, झरने का दृश्य बेहद मनोरम है, इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़