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Top 10 Temples of Devi in MP: प्रदेश के टॉप 10 देवियों के मंदिर, जिनके दर्शन के बिना अधूरा है नवरात्र

Famous Temple of The Madhya Pradesh:कुछ ही दिनों में हिंदूओं का प्रसिद्ध त्योहार नवरात्रि आ रहा है. इस दौरान मां का आशीर्वाद पाने के लिए आपको मध्य प्रदेश के कुछ प्रसिद्ध और पवित्र मंदिरों का दर्शन जरूर करना चाहिए.

मांढरे की माता

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मांढरे की माता

मांढरे की माता मंदिर ग्वालियर में स्थित है. यह मंदिर 147 साल पुराना है और इसकी स्थापना तत्कालीन महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने की थी.कंपू क्षेत्र के कैंसर पहाड़ी पर बना यह भव्य मंदिर स्थापत्य की दृष्टि से बेहद खास है. इस मंदिर में विराजमान अष्टभुजा वाली महिषासुर मर्दिनी मां महाकाली की प्रतिमा अद्भुत और दिव्य है.

बिजासेन देवी मंदिर

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बिजासेन देवी मंदिर

इंदौर का बिजासन माता मंदिर में नवरात्रि के दौरान हजारों भक्त आते हैं.बता दें कि इस मंदिर में विराजमान नौ दैवीय प्रतिमाओं को तंत्र-मंत्र का चमत्कारिक स्थान व सिद्ध पीठ माना गया है.मंदिर का निर्माण वर्ष 1760 में शिवाजी राव होल्कर ने करवाया था.

मां चामुंडा

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मां चामुंडा

देवी के 52 शक्तिपीठ में से मां चामुंडा, तुलजा दरबार को एक शक्तिपीठ के तौर पर माना जाता है.देवी का ये मंदिर देवास में है. माना जाता है कि देश के अन्य शक्तिपीठों पर मां के अवयव गिरे थे, लेकिन टेकरी पर माता का रक्त गिरा था. 

कवलका माता मंदिर रतलाम

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कवलका माता मंदिर रतलाम

श्री कवलका माता मंदिर रतलाम में स्थित है.कहा जाता है कि यहां स्थित मां कवलका, मां काली और काल भैरव की मूर्तियां मदिरापान करती हैं.बता दें कि ये मंदिर लगभग 300 वर्ष पुराना है. यहां स्थित माता की मूर्ति बड़ी ही चमत्कारी है.भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए मदिरा का भोग लगाते हैं. 

मैहर माता शारदा मां

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मैहर माता शारदा मां

मप्र का मैहर शारदा मां के मंदिर के लिए जाना जाता है.यह मंदिर सतना जिले की त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है.बता दें कि माता के दर्शन के लिए भक्तों को 1063 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. इस मंदिर में मैहर माता के अलावा काली, दुर्गा, गौरी शंकर, शेष नाग,काल भैरवी, हनुमान आदि भी विराजमान हैं.

श्री पीताम्बरा पीठ

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श्री पीताम्बरा पीठ

दतिया का श्री पीताम्बरा पीठ बगलामुखी के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है और इस मंदिर की स्थापना श्री स्वामी जी ने 1920 के दशक में की थी. बता दें कि इस स्थान को तपस्थली भी कहा जाता है. यह मंदिर दतिया में ग्वालियर हवाई अड्डे से लगभग 75 किमी और झांसी से लगभग 29 किमी दूर स्थित है.

कालमाधव शक्तिपीठ

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कालमाधव शक्तिपीठ

अमरकंटक में कलमाधव मंदिर शक्तिपीठ स्थित है.यह मंदिर देवी सती दुर्गा को समर्पित है. बता दें कि कलमाधव पीठ मां सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है.

शोणदेश नर्मदा शक्तिपीठ

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शोणदेश नर्मदा शक्तिपीठ

शोणदेश शक्ति पीठ भी मां सती के 51 शक्ति पीठों में से एक है. यह शक्ति पीठ मध्य प्रदेश के अमरकंटक में स्थित है.

 

अनपूर्णा मंदिर

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अनपूर्णा मंदिर

अनपूर्णा मंदिर इंदौर रेलवे स्टेशन से 5 किमी दूर मंदिर के मुख्य शहर में स्थित है.इस मंदिर का निर्माण 1959 में महामंडलेश्वर स्वामी प्रणबानंद गिरि महाराज ने करवाया था.

भैरव पर्वत शक्तिपीठ

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भैरव पर्वत शक्तिपीठ

भैरव पर्वत शक्ति पीठ मध्य प्रदेश का पवित्र मंदिर है.यह मंदिर उज्जैन शहर में शिप्रा नदी के तट पर भैरव पहाड़ियों पर स्थित है.