Ravana Relatives Angry: मध्य प्रदेश के मंदसौर में रावण को दमाद मानकर पूजा जाता है. इस कारण यहां उसकी मूर्ती भी स्थापित की गई है, लेकिन अब ये क्षतिग्रस्त हो गई है, जिस कारण रावण को रिश्तेदार मानने वाले नामदेव समाज के लोग प्रशासन से नाराज हैं.
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मनीष पुरोहित/मंदसौर: मध्यप्रदेश के मंदसौर के खानपुरा में रावण को जमाई का दर्जा दिया जाता है. इसी नाते यहां रहने वाले लोग रावण के रिश्तेदार हैं. इन दिनों रावण के रिस्तेदार नामदेव समाज के लोग स्थानीय प्रशासन से नाराज हैं. क्योंकि रख रखाव के अभाव में रावण की प्रतिमा बदहाल है. वो लगातार प्रतिमा के रख रखाओं के लिए मांग कर रहे हैं.
प्रशासन से रखी प्रतिमा के रख रखाव की मांग
रावण को अपना दामाद मानने वाले नामदेव समाज के लोग बताते हैं कि प्रतिमा की स्थापना होने के बाद से इलाके मैं खुशहाली है, लेकिन यह प्रतिमा बदहाल हो रही है. इसके चलते समाज के लोगों में नाराजगी है हम मांग करते हैं कि जल्द ही प्रतिमा की सुध ली जाए और प्रतिमा के उचित रखरखाव के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाएं.
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क्षतिग्रस्त हो गई है 200 साल पुरानी प्रतिमा
मंदसौर के खानपुरा में रावण की 31 फीट ऊंची यह प्रतिमा है. 200 साल से ज्यादा पुरानी इस प्रतिमा पर बिजली गिरने की वजह से कुछ साल पहले कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे स्थानीय निकाय और नामदेव समाज के लोगों ने मिलकर पुनः निर्माण करवाया था.
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बता दें रावण की मूर्ति का एक सर भी टूट चुका है और प्रतिमा का प्लास्टर जगह-जगह से उखड़ रहा है. प्रतिमा पर सफाई ना होने की वजह से प्रतिमा पर जंगली पौधे भी उग आए है.
क्यों होती है पूजा?
किवदंती है की मंदोदरी मंदसौर की बेटी थी और इसी नाते रावण मंदसौर के जमाई हुए. बस इसीलिए यहां रावण को जमाई का दर्जा देते हुए सम्मान किया जाता है और पूजा भी जाता है. बुजुर्ग महिलाएं तो रावण महाराज का सम्मान करते हुए प्रतिमा के सामने से गुजरते हुए घूंघट भी लेती है.
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लोगों का मान्यता है कि बमारी होती हैं दूर
यह भी माना जाता है इस प्रतिमा की पूजा करने से एकातरा बुखार ठीक होता है. साल भर जगह-जगह से श्रद्धालु रावण के दर्शन करने आते हैं. दशहरे पर रावण महाराज की खास पूजा-अर्चना भी होती है. खास करके पुरानी बीमारियों और बच्चों की बीमारियों को दूर करने के लिए लोग रावण महाराज के पैर में लच्छा बांधते हैं.
काफी दूर से आते लोग दर्शन करने
रावण महाराज के दर्शन करने इंदौर से आए दंपति बताते हैं कि पिछली बार भी वे दर्शन करने आए थे लच्छा बांधा था और उससे लाभ हुआ अभी पति की ब्लड प्रेशर की बीमारी दूर करने की अर्जी लगाने के लिए दर्शन किए हैं और रावण महाराज के पैर में लच्छा बांधा है उम्मीद है कि उनकी बीमारी भी ठीक होगी.
क्या मानते हैं रिश्तेदार
रावण के रिश्तेदार नामदेव समाज के राजेश नामदेव बताते हैं कि माना जाता है कि मंदोदरी हमारे समाज की बेटी थी. इसी नाते रावण महाराज हमारे जमाई हुए. पूरा समाज रावण महाराज की पूजा करता है और उन्हें जमाई का दर्जा देता है. यहां पर इनके पैर में रक्षा बांधने से एकातरा और पुरानी बीमारियां ठीक होती है.