जिला अस्पताल में डॉक्टर्स की जानलेवा लापरवाही, सिजेरियन डिलीवरी में धड़ से अलग हुआ नवजात का सिर
सतना जिला अस्पताल में एक जानलेवा और सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक गर्भवती की सिजेरियन डिलेवरी सर्जरी में ऐसी लापरवाही की गई कि नवजात का सिर धड़ से अलग हो गया. ऐसे में गुपचुप तरीके से नवजात के शव को परिजनों को सुपुर्द किया गया. मामला तीन दिन पहले का बताया जा रहा है.
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संजय लोहानी/सतना: सतना जिला अस्पताल में एक जानलेवा और सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक गर्भवती की सिजेरियन डिलेवरी सर्जरी में ऐसी लापरवाही की गई कि नवजात का सिर धड़ से अलग हो गया. ऐसे में गुपचुप तरीके से नवजात के शव को परिजनों को सुपुर्द किया गया. मामला तीन दिन पहले का बताया जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है.
दरअसल सतना जिला अस्पताल में मैहर डेल्हा गांव निवासी किरण चौधरी को प्रसव पीड़ा होने पर मैहर सिविल अस्पताल लाया गया था. हालात गंभीर होने पर किरण को जिला अस्पताल भेजा गया. जहां सत्ताईस नवंबर को डॉक्टर नीलम सिंह से ऑपरेशन किया गया था. किरण के परिजनों को बच्चा मृत होना बताया गया. जिसके करीब ढाई घण्टे बाद शव परिजनों को सौंपा गया.
सर और धड़ अलग था
चौंकाने वाली बात ये रही कि नवजात के शव का सर और धड़ अलग था. स्वास्थ्य अमला गुपचुप तरीके से शव को कपड़े में बांध कर पीड़ित परिवार के सुपुर्द किया गया. परिजनों को सिर्फ नवजात का पैर ही दिखाया गया. अशिक्षित परिजन भी नहीं समझ पाए की नवजात की मौत कैसे हुई है. हालांकि अब मामले का खुलासा हुआ है.
मामल में जांच शुरू
जिला स्वास्थ्य अधिकारी की माने तो पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है. सभी ऑपरेशन से सम्बंधित स्पॉट के बयान लिए जा रहे है. जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि नवजात की मौत कब कैसे हुई और सर धड़ से अलग होने की वजह क्या है. कोई लापरवाही थी कि कोई डिसीज की वजह से ऐसा किया गया है. परिजन भी खुल कर कुछ बताने को तैयार नहीं है
जानकारी के लिए आपको बता दें कि जब कोई महिला किसी दिक्कत के कारण बच्चे को नॉर्मल तरीके से जन्म नहीं दे पाती तो उनके लिए सी सेक्शन यानी सिजेरियन का चुनाव किया जाता है.
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