MP News: कुत्ते के हमले से गई राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान! राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई, देखें वीडियो
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MP News: कुत्ते के हमले से गई राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान! राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई, देखें वीडियो

Ujjain News: उज्जैन में एक गांव में कुत्ते के हमले के कारण एक मोर की जान चली गई थी. जिसके बाद मोर को राजकीय सम्मान के साथ तिरंगा ध्वज में लपेट कर अंतिम विदाई दी.

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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जिले के ग्राम मंगरोला में राष्ट्रीय पक्षी मोर की तादाद अधिक है. जिनका ध्यान मोर संरक्षण समिति द्वारा रखा जाता है. गांव में कुत्ते के हमले के कारण फिर एक बार मोर मृत अवस्था में दिखाई दिया. सूचना जब मोर संरक्षण समिति को मिली तो समिति के सदस्यों ने मिलकर मोर को राजकीय सम्मान के साथ तिरंगा ध्वज में लपेट कर अंतिम विदाई दी. इससे पहले पिछले साल 17 दिसंबर को भी एक मोर की मृत्यु हुई थी. उस वक्त भी राजकीय सम्मान के साथ मोर को अंतिम विदाई दी गई थी. ग्रामीण व मोर संरक्षण समिति का यह संदेश हमेशा से रहा है कि कम ही संख्या में अब राष्ट्रीय पक्षी व अन्य पक्षी बचे हैं. उन्हें सम्मान देना उन्हें सम्मान से विदा करना करना हमारा धर्म हमारा कर्तव्य है.

संरक्षण समिति के सदस्य ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती रात घायल अवस्था में मोर मिला था. जिसे प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन कल सुबह इसकी उपचार के दौरान ही मौत हो गई. मोर कुत्ते के हमले से घायल हुआ था. जिसके बाद उसे राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे में लपेटकर अंतिम विदाई दी गई.

उज्जैन के इस गांव में 600 से ज्यादा मोर
आपको बता दें कि उज्जैन से महज 7 किमी दूर चिंतामन रोड पर मंगरोला गांव वैसे तो सामान्य ग्रामीण इलाकों की तरह ही है, लेकिन इस गांव को विशेष बनाते हैं. यहां बसने वाले मोर.गांव के घर-घर में मोर देखे जा सकते हैं. यहां तक की मोर वहां के लोगों के कंधों पर भी बैठ जाते हैं. 1,100 आबादी वाले इस गांव में 600 से ज्यादा मोर होना बताया जाता है. इसे मोरों का गढ़ भी कहा जाता है. गांव वालों ने खुद से ही मोर संरक्षण केंद्र खोला है. मोरों के दाने-पानी के इंतजाम के साथ घायल होने पर मोरों के इलाज तक ग्रामीण खुद करते हैं.

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