उमा भारती के शराबबंदी वाले बयान को कांग्रेस का समर्थन, बीजेपी बोली-फटे में टांग न अड़ाएं
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उमा भारती के शराबबंदी वाले बयान को कांग्रेस का समर्थन, बीजेपी बोली-फटे में टांग न अड़ाएं

पूर्व सीएम उमा भारती के शराबबंदी वाले बयान पर सियासत शुरू हो गई है. 

उमा भारती, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश (फाइल फोटो)

भोपालः मध्य प्रदेश की सियासत में शराबबंदी का मुद्दा फिर से उठता नजर आ रहा है. क्योंकि सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के एक बयान से फिर से शराबबंदी का मुद्दा उठा है. उन्होंने कहा कि 'हम शराबबंदी के लिए 14 जनवरी से अभियान चलाएंगे. सरकार और वीडी शर्मा जी हमारे साथ दें.' उमा भारती के इस बयान पर सियासत शुरू हो गई है.

दरअसल, उमा भारती ने मध्य प्रदेश में शराबबंदी के मुद्दे को लेकर फिर से मुखर हो गई हैं. उन्होंने कहा है कि 'वीडी शर्मा और शिवराज जी कहते हैं कि नशा जागरुकता से खत्म होगा लेकिन ये जागरुकता से नहीं सिर्फ सख्ती से खत्म होगा. इसलिए राज्य में फिर से शराबबंदी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. जिसका नेतृत्व वह खुद करेगी. 

उमा भारती के बयान को कांग्रेस का समर्थन 
उमा भारती के बयान को कांग्रेस ने समर्थन दिया है. जिससे सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा ''उमा भारती के शराब बंदी के फैसले पर कांग्रेस का पूरा समर्थन है, हम भी जागरकता कर रहे हैं सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. उमा भारती की बात सही है. हम उनके साथ खड़े है. यह गांधी जी जैसा काम है कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इस मुद्दे को शामिल किया था.''

बीजेपी का पलटवार 
वहीं कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया. बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि ''प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह बात पहले भी स्पष्ट की थी, उमा भारती के साथ फिर संवाद होगा और जो उचित होगा सरकार वह निर्णय लेगी, वहीं कांग्रेस के बयान पर रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस फटे में टांग न अड़ाए, आईना देखे और अपना घर संभाले.'' कांग्रेस और बीजेपी के बयानों से यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में शराबबंदी का मुद्दा फिर से प्रदेश की सियासत में उठेगा. 

उमा भारती ने शराबंदी अभियान चलाने की कही बात 
दरअसल, शराब बंदी के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती फिर से मुखर हो गई हैं. इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए खुद सड़कों पर उतरने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि 'वीडी शर्मा और शिवराज जी कहते हैं कि नशा जागरुकता से खत्म होगा लेकिन ये जागरुकता से नहीं सिर्फ सख्ती से खत्म होगा.' उमा भारती ने कहा कि 'हम शराबबंदी के लिए 14 जनवरी से अभियान चलाएंगे. सरकार और वीडी शर्मा जी हमारा साथ दें.' 

उमा भारती ने कहा कि 6 महीने में महिलाएं ये अभियान चलाएंगी और उन्हें ही जिला संयोजक बनाया जाएगा. उमा भारती ने कहा कि 14 जनवरी के बाद वह खुद इस अभियान का नेतृत्व करेंगी और सड़कों पर उतर जाएंगी. उमा भारती ने कहा कि मध्य प्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए और वह इस पर अडिग हैं. बता दें कि उमा भारती प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर पहले भी बयानबाजी कर चुकी हैं. बीती 8 मार्च से भी उन्होंने राज्य में शराब बंदी अभियान चलाने का ऐलान किया था. हालांकि बाद में सीएम शिवराज से मुलाकात के बाद उनके तेवर नरम पड़ गए थे. अब एक बार फिर से उन्होंने शराबबंदी का मुद्दा उठाकर सियासी पारा गरम कर दिया है.

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